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Up Kiran, Digital Desk: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ (Shehbaz Sharif) ने देश के स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) की पूर्व संध्या पर एक बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने पाकिस्तान के आर्मी रॉकेट फोर्स (Army Rocket Force) के गठन की घोषणा की है, जिसका मुख्य उद्देश्य भारत की मिसाइल युद्ध क्षमताओं (Missile Combat Capabilities) का मुकाबला करने के लिए अपनी ताकत को बढ़ाना है। यह घोषणा ऐसे समय में आई है जब हाल ही में भारत के साथ हुए एक चार दिवसीय सैन्य संघर्ष (military conflict) के दौरान पाकिस्तान को भारतीय मिसाइलों (Indian missiles) से भारी नुकसान उठाना पड़ा था।

'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद पाकिस्तान का बड़ा कदम

हालिया सैन्य संघर्ष, विशेष रूप से 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद की घटनाओं के संदर्भ में, यह घोषणा पाकिस्तान के रक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। ऐसा लगता है कि पाकिस्तान अपनी वर्तमान युद्ध क्षमताओं में सुधार करना चाहता है ताकि वह भारत के मुकाबले अपनी स्थिति मजबूत कर सके।

आधुनिक तकनीक से लैस होगी नई फोर्स

प्रधानमंत्री शरीफ ने कहा कि यह नई रॉकेट फोर्स आधुनिक तकनीक (modern technology) से लैस होगी और पाकिस्तान की सेना की युद्ध क्षमता (combat capability) को मजबूत करने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी। इस फोर्स के गठन का सीधा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि पाकिस्तान की सेना किसी भी पारंपरिक युद्ध (conventional war) की स्थिति में मिसाइलों के इस्तेमाल और तैनाती के लिए अधिक सक्षम और तैयार रहे।

मिसाइलों के लिए विशेष कमान

 एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि इस नई फोर्स के पास अपनी एक विशेष कमान (own command) होगी, जो पूरी तरह से मिसाइलों के प्रबंधन (handling) और तैनाती (deployment) पर केंद्रित होगी। यह एक समर्पित इकाई होगी जो देश की मिसाइल शक्ति को और अधिक प्रभावी ढंग से इस्तेमाल करने में मदद करेगी।

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