
india pakistan tension: कभी भारत को एटम बम की धमकी देकर अंतरराष्ट्रीय मंच पर दबाव बनाने की कोशिश करने वाला पाकिस्तान, अब शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की बातें कर रहा है। ये बदलाव अचानक नहीं आया बल्कि इसके पीछे है भारतीय नौसेना की सैन्य शक्ति में हो रहा नया इजाफा- राफेल-M की एंट्री।
भारत द्वारा फ्रांस से खरीदे गए 26 मरीन राफेल फाइटर जेट की INS विक्रांत पर तैनाती की खबर ने पाकिस्तान की सुरक्षा रणनीति में हलचल मचा दी है। ये वही राफेल-M है जो फ्रांसीसी नौसेना का अत्याधुनिक 4.5 जेनरेशन फाइटर जेट है, 3700 किलोमीटर तक वार करने में सक्षम और परमाणु हथियार ले जाने में भी दक्ष।
हिंद महासागर में राफेल की हुंकार
राफेल-M की तैनाती हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की रणनीतिक पकड़ को और मज़बूत करती है। ये न सिर्फ चीन के लिए चेतावनी है, बल्कि पाकिस्तान के लिए भी एक स्पष्ट संदेश है। भारत अब समुद्र के रास्ते भी अपनी संप्रभुता और सुरक्षा का प्रभावी प्रदर्शन कर सकता है।
पाकिस्तान के रक्षा विश्लेषकों ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि भारत की ये सैन्य तैयारी न केवल चीन बल्कि गिलगित-बाल्टिस्तान और स्कॉर्दू जैसे पाक-नियंत्रित क्षेत्रों के लिए भी खतरा बन चुकी है। पाकिस्तान की मीडिया में छपी रिपोर्ट्स बता रही हैं कि राफेल की मौजूदगी ने वहां के रणनीतिक हलकों में बेचैनी पैदा कर दी है।
गीदड़भभकियों से खामोशी तक
एक समय था जब पाकिस्तान खुलेआम भारत को एटम बम की धमकी देता था। मगर अब वही देश राफेल की गूंज सुनकर जंग की बात करने से भी कतराने लगा है। कूटनीतिक मंचों पर अब 'शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व' जैसे शब्दों का प्रयोग हो रहा है।