_64537370.png)
Up Kiran , Digital Desk: दोपहर फारबिसगंज के दल्लू टोला, वार्ड संख्या 18 में अचानक हुई तेज धमाके की आवाज ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। ये धमाका किसी पटाखे का नहीं, बल्कि एक देसी बम का था – जो एक 14 वर्षीय किशोर के हाथ में फट पड़ा। मासूम मोहम्मद मुनाजिर, जो मोहम्मद अलीमुद्दीन का बेटा है, इस हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गया।
धमाके से मचा हड़कंप
घटना उस वक्त हुई जब मोहम्मद मुनाजिर अपने घर के आसपास खेल रहा था। स्थानीय लोगों की मानें तो अचानक तेज आवाज सुनाई दी, और सभी घरों से बाहर निकल आए। जब तक कुछ समझ पाते, तब तक मुनाजिर जमीन पर लहूलुहान पड़ा था। बताया जा रहा है कि ब्लास्ट में उसका बायां हाथ पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया।
इलाके में कोहराम मच गया। बच्चों की चीखें, महिलाओं की चीख-पुकार और लोगों की घबराहट ने माहौल को और भयावह बना दिया। अफरातफरी में घायल मुनाजिर को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
पुलिस प्रशासन मौके पर
धमाके की खबर मिलते ही एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा और थानाध्यक्ष राघवेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। घटनास्थल को घेर लिया गया और वहां मौजूद लोगों से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस के मुताबिक, अब तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि देसी बम आखिर आया कहां से और मुनाजिर के हाथ तक कैसे पहुंचा। क्या ये कोई अवैध गतिविधि का हिस्सा था, या फिर बच्चों की जिज्ञासा में हुई कोई अनजानी चूक।
इलाके में फैली दहशत
धमाके के बाद से ही दल्लू टोला समेत फारबिसगंज के आसपास के क्षेत्रों में दहशत का माहौल है। लोगों में गुस्सा और डर दोनों है। खासकर बच्चों के माता-पिता इस घटना से बेहद डरे हुए हैं। हर कोई यही पूछ रहा है – अगर आज मुनाजिर की जगह उनका बच्चा होता तो।
--Advertisement--