uttarakhand news: उत्तराखंड के अल्मोड़ा, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों में भू-धंसाव और पहाड़ी दरकने की समस्या ने स्थानीय निवासियों और व्यापारियों को गंभीर परेशानियों का सामना करने पर मजबूर कर दिया है। निरंतर गिर रहे बोल्डर और मलबे के चलते सड़कें संकरी हो गई हैं, जिससे यातायात में रुकावटें आ रही हैं। इससे यात्रियों को यात्रा में अधिक समय लग रहा है; उदाहरण के लिए हल्द्वानी से बागेश्वर पहुंचने में पहले छह घंटे लगते थे, जबकि अब यह समय बढ़कर आठ घंटे हो गया है।
क्वारब के निवासी और व्यापारी इस संकट से विशेष रूप से प्रभावित हैं। पहाड़ी से गिरने वाले मलबे की आवाज से लोग रात में भयभीत रहते हैं। व्यापारियों की स्थिति और भी चिंताजनक है, क्योंकि यातायात बाधित होने के कारण उनकी दुकानों में ग्राहक नहीं आ रहे हैं, जिससे उनकी आय में कमी आई है। पहले यहां रोजाना 70-80 वाहन रुकते थे, मगर अब यह संख्या काफी घट गई है।
क्वारब के निकट स्थित सुयाल नदी भी मलबे से भर गई है, जिसके परिणामस्वरूप नदी का पानी गंदा हो गया है, जिससे स्थानीय लोगों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा, धूल उड़ने से व्यापारियों के सामान को भी नुकसान हो रहा है।
स्थानीय लोग अब स्थायी समाधान की मांग कर रहे हैं, क्योंकि यदि इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो भविष्य में गंभीर परिणाम उत्पन्न हो सकते हैं।
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