
Up Kiran, Digital Desk: फ़ुटबॉल जगत के सबसे सफल मैनेजरों में से एक, मैनचेस्टर सिटी के पेप गार्डियोला ने क्लब विश्व कप (Club World Cup) से अपनी टीम के बाहर होने के बाद एक बहुत ही मानवीय और समझदार प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने स्वीकार किया है कि अब खिलाड़ियों और खुद के लिए 'आराम करने और अपने दिमाग को तरोताजा करने' का समय है।
किसी भी शीर्ष स्तर के खेल में, खासकर फ़ुटबॉल में, खिलाड़ियों और मैनेजरों पर लगातार प्रदर्शन करने का भारी दबाव होता है। एक टूर्नामेंट से बाहर होने के बाद, निराशा स्वाभाविक है, लेकिन गार्डियोला ने इसे एक अवसर के रूप में देखा है कि टीम खुद को फिर से संगठित कर सके।
उनका यह बयान दिखाता है कि वे न केवल एक बेहतरीन रणनीतिकार हैं, बल्कि अपने खिलाड़ियों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को भी समझते हैं। लगातार मैच खेलने और उच्च दबाव में रहने से खिलाड़ियों का मानसिक और शारीरिक संतुलन प्रभावित होता है। एक ब्रेक उन्हें रिचार्ज होने, गलतियों पर विचार करने और नई ऊर्जा के साथ वापस आने में मदद करेगा।
यह एक खिलाड़ी-केंद्रित दृष्टिकोण है, जो अक्सर शीर्ष स्तर के खेल में नजरअंदाज कर दिया जाता है। गार्डियोला का संदेश स्पष्ट है: सफलता के लिए सिर्फ शारीरिक फिटनेस ही नहीं, बल्कि मानसिक स्पष्टता और ताजगी भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। अब मैनचेस्टर सिटी के खिलाड़ी इस ब्रेक का उपयोग करेंगे ताकि वे आगामी मैचों और टूर्नामेंटों के लिए पूरी ऊर्जा और रणनीति के साथ वापसी कर सकें।
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