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Up Kiran, Digital Desk: भारत के कॉमर्स और इंडस्ट्री मंत्री पीयूष गोयल गुरुवार को एक महत्वपूर्ण यात्रा पर संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के लिए रवाना हो गए। उनका यह दौरा दोनों देशों के बीच व्यापारिक और निवेश संबंधों को और भी मजबूत बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। इस यात्रा के दौरान गोयल UAE के बड़े अधिकारियों और मंत्रियों से मुलाकात करेंगे।

क्यों है यह दौरा इतना ख़ास?

इस दौरे का मुख्य मकसद भारत और UAE के बीच हुए व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (CEPA) की प्रगति की समीक्षा करना है। यह समझौता दोनों देशों के लिए एक गेम-चेंजर साबित हुआ है, जिससे व्यापार में ज़बरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिली है। पीयूष गोयल की यह यात्रा इस बात को सुनिश्चित करेगी कि इस समझौते का लाभ दोनों देशों को ज़्यादा से ज़्यादा मिले।

मुलाकातों और चर्चाओं का दौर

अपने इस दौरे में पीयूष गोयल UAE के विदेश व्यापार राज्य मंत्री डॉ. थानी बिन अहमद अल ज़ायौदी से मुलाकात करेंगे। दोनों नेता द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को कैसे और बढ़ाया जा सकता है, इस पर गहन चर्चा करेंगे। उम्मीद की जा रही है कि इस बैठक में कुछ नई योजनाओं और साझेदारियों पर भी बात हो सकती है।

इसके अलावा, गोयल 'भारत-UAE संयुक्त समिति' की पहली बैठक की सह-अध्यक्षता भी करेंगे। यह समिति CEPA समझौते की देखरेख करने और इसे सही तरीके से लागू करने के लिए बनाई गई है।

निवेश पर होगा ख़ास फोकस

गोयल अपनी इस यात्रा के दौरान अबू धाबी निवेश प्राधिकरण (ADIA) और मुबाडाला इन्वेस्टमेंट कंपनी जैसी बड़ी इन्वेस्टमेंट फर्मों के वरिष्ठ अधिकारियों से भी मिलेंगे। इन बैठकों का लक्ष्य UAE से भारत में और ज़्यादा निवेश आकर्षित करना है, ख़ासकर टेक्नोलॉजी, इंफ्रास्ट्रक्चर और मैन्युफैक्चरिंग जैसे क्षेत्रों में।

पीयूष गोयल का यह दौरा सिर्फ एक औपचारिक यात्रा नहीं है, बल्कि यह भारत और UAE के बीच गहरी होती दोस्ती और बढ़ते भरोसे का प्रतीक है। इससे आने वाले समय में दोनों देशों की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयां मिलने की पूरी उम्मीद है।