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Up kiran,Digital Desk : सड़क पर गाड़ी चलाते समय हम अक्सर सोचते हैं कि ट्रैफिक नियमों का पालन करना हमारी सुरक्षा के लिए है, लेकिन गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) के चालकों की सोच शायद इससे बिलकुल उलट है। यहाँ की सड़कों पर ऐसा लगता है जैसे चालकों और पुलिस के बीच 'लुका-छिपी' का खेल चल रहा हो, जहाँ पुलिस सख्ती बढ़ा रही है और जनता नियम तोड़ने की नई कसमें खा रही है।

ताज़ा आंकड़े गवाह हैं कि जुर्माने और हादसों का डर भी यहाँ के चालकों के हौसले नहीं तोड़ पा रहा है। हालात ये हैं कि इस साल नियम तोड़ने वालों की संख्या ने पिछले सारे रिकॉर्ड पीछे छोड़ दिए हैं।

आंकड़े देखकर चौंक जाएंगे आप

जरा इन नंबर्स पर गौर कीजिये। साल 2024 के 11 महीनों में करीब 25 लाख लोगों ने नियम तोड़े थे, जो अपने आप में एक बड़ी संख्या थी। लेकिन 2025 में तो हद ही हो गई है। इस साल 25 नवंबर तक ही 26 लाख से ज्यादा लोग ट्रैफिक रूल्स की धज्जियां उड़ा चुके हैं। ये सिर्फ सरकारी आंकड़े हैं, असलियत तो शायद इससे भी डरावनी हो सकती है।

डीसीपी ट्रैफिक प्रवीण कुमार रंजन का कहना है कि पुलिस अपनी तरफ से पूरी सख्ती बरत रही है और लगातार कार्रवाई कर रही है, ताकि इन आंकड़ों को कम किया जा सके और सड़कें सुरक्षित हो सकें।

दोपहिया चालक और 'रॉन्ग साइड' की मुसीबत

सड़कों पर सबसे ज्यादा मनमानी दोपहिया वाहन चालक (Bike Riders) कर रहे हैं। आधे से ज्यादा बाइकर्स बिना हेलमेट के घूमते नज़र आते हैं। हेलमेट न पहनना तो एक समस्या है ही, लेकिन उससे भी बड़ा खतरा है—'गलत दिशा' (Wrong Side) में गाड़ी चलाना।

नोएडा में रॉन्ग साइड ड्राइविंग एक महामारी की तरह फ़ैल गयी है। आंकड़े बताते हैं कि लाखों लोग शान से उल्टी दिशा में गाड़ी चलाते पकड़े गए हैं। ये न सिर्फ खुद यमराज को दावत देने जैसा है, बल्कि सामने से आ रहे निर्दोष लोगों की जान भी खतरे में डालता है। इसके अलावा, 35 हजार बाइकर्स ऐसे थे जो 'ट्रिपलिंग' यानी एक बाइक पर तीन लोग बैठकर सैर कर रहे थे।

12 हजार गाड़ियां जब्त और लाइसेंस रद्द

ऐसा नहीं है कि पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। जो लोग बार-बार नियम तोड़ रहे थे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हुई है।

  • लाइसेंस कैंसिल: पुलिस ने ऐसे 4500 आदतन नियम तोड़ने वालों की लिस्ट बनाकर आरटीओ (RTO) को भेजी, जिसके बाद उनके ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड कर दिए गए हैं।
  • गाड़ियां सीज: इस साल करीब 12,000 गाड़ियों को जब्त किया गया है।
  • सिर्फ सड़क सुरक्षा माह के दौरान ही 2.5 लाख चालान काटे गए हैं।

गाड़ी छुड़वाने के लिए अब 'शपथ' लेनी होगी

अगर किसी की गाड़ी नियमों के उल्लंघन में जब्त (Seize) हो जाती है, तो उसे छुड़वाना अब आसान नहीं होगा। परिवहन विभाग ने एक नया और सख्त नियम लागू कर दिया है। अब गाड़ी मालिक को जुर्माना भरने के साथ-साथ एक शपथ पत्र (Affidavit) देना होगा।

इस शपथ पत्र में लिख कर देना होगा कि गाड़ी में जो भी कमियां हैं (जैसे पॉल्यूशन पेपर, टूटी नंबर प्लेट आदि), उन्हें तुरंत ठीक कराया जाएगा और भविष्य में ऐसी गलती दोबारा नहीं होगी। अगर यह शपथ पत्र जमा नहीं किया, तो गाड़ी वापस नहीं मिलेगी। साथ ही, यह भी मान लिया जाएगा कि अगर भविष्य में उस गाड़ी से कोई एक्सीडेंट होता है, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी मालिक की ही होगी।

विशेषज्ञों का कहना है कि अगर चालकों का यही रवैया रहा, तो आने वाले समय में सड़क हादसों की संख्या बढ़ना तय है। इसलिए, अगली बार सड़क पर उतरने से पहले सोचिएगा जरूर—क्या आपकी जल्दबाजी आपकी जान से ज्यादा कीमती है?