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वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान पश्चिम बंगाल के मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिले में आठ तारीख को हिंसा भड़क उठी। प्रदर्शन की आड़ में उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव किया, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और पुलिस की गाड़ियों में आग लगा दी। जिले के अशांत जंगीपुर क्षेत्र और उसके आसपास के इलाकों में तनाव चरम पर रहा। पुलिस ने अब तक इस मामले में 22 लोगों को अरेस्ट किया है।

पुलिस के अनुसार, हालात अब नियंत्रण में हैं और इलाके में शांति बनी हुई है। एक आला अफसर ने जानकारी दी कि स्थिति शांत और नियंत्रण में है। जिले में कहीं से भी एक भी अप्रिय घटना की खबर नहीं आई है। निषेधाज्ञा 10 अप्रैल शाम छह बजे तक लागू रहेगी और इंटरनेट सेवाएं 11 अप्रैल शाम छह बजे तक निलंबित रहेंगी।

इलाकों में चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात

हिंसा की गंभीरता को देखते हुए रघुनाथगंज और सुती थाना क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। पुलिस ने अस्थिर इलाकों में अतिरिक्त बल तैनात किए हैं और चौबीसों घंटे निगरानी की जा रही है। अधिकारी ने बताया कि “संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त और नाका चेकिंग निरंतर जारी रहेगी। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले का इस्तेमाल करना पड़ा। पथराव में कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।”

बीजेपी ने कसा तंज

हिंसा की घटनाओं के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है। पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक वीडियो साझा करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को कानून-व्यवस्था की विफलता के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने आरोप लगाया कि असामाजिक तत्व सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं और राज्य सरकार वोट बैंक की राजनीति कर रही है।

टीएमसी की ओर से अभी तक कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, मगर सत्तारूढ़ दल पर विपक्षी दलों का दबाव बढ़ता जा रहा है, खासकर आगामी पंचायत चुनावों से पहले इस प्रकार की घटनाएं राज्य की राजनीति में नई हलचल पैदा कर रही हैं।

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