police torturer: लखीमपुर खीरी के बाबूपुर गांव में एक दुखद घटना में एक पिता और उसके दो बेटों ने आत्महत्या कर ली। ये घटना तब हुई जब पिता रामनरेश ने कथित रूप से एक महिला सिपाही और उसके परिवार द्वारा परेशान किए जाने के कारण आत्महत्या की। रामनरेश ने कई बार पुलिस चौकी का रुख किया, मगर उनकी शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया गया। पुलिस ने उल्टा रामनरेश पर दबाव बनाया, जिससे वो मानसिक तनाव में आ गए।
पिता की आत्महत्या के 36 घंटे के भीतर उसके दोनों बेटे मुकेश और सुधीर ने भी जान दे दी। मुकेश ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या की, जबकि सुधीर ने फांसी लगाई। दोनों ने सुसाइड नोट में महिला सिपाही और उसके परिवार पर प्रताड़ना का आरोप लगाया। इस मामले में पुलिस की लापरवाही उजागर हुई है, जिसके चलते चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर किया गया और एक सिपाही को निलंबित कर दिया गया है।
पुलिस ने अब चारों आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। मामले की जांच जारी है, और यह सवाल उठता है कि पुलिस ने पीड़ित परिवार की मदद क्यों नहीं की। यह घटना न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि यह पुलिस की जिम्मेदारी और संवेदनशीलता पर भी सवाल खड़ा करती है।
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