_380908766.png)
Up Kiran, Digital Desk: किशनगंज जिले के खगड़ा रेड लाइट एरिया में हुई एक घटना ने पुलिस और स्थानीय जनता के बीच तनाव को बढ़ा दिया। पुलिस द्वारा एक चोरी के मामले में की जा रही छापेमारी के दौरान आरोपितों के परिवार और मोहल्ले के कुछ लोग पुलिसकर्मियों पर हमला कर बैठें। इस हमले में चार पुलिसकर्मी, जिनमें एक महिला अधिकारी भी शामिल थीं, घायल हो गए। पुलिस टीम पर हुए इस हमले ने स्थानीय समाज और पुलिस के बीच खाई को और चौड़ा कर दिया।
चोरी की घटना ने दी थी पुलिस को छापेमारी का कारण
यह घटना 26 अगस्त की है, जब किशनगंज शहर के लाइन मोहल्ले में विकास गुप्ता के घर से उनकी बहन अनुराधा जायसवाल के 15 लाख रुपये के आभूषण और 60 हजार रुपये की नकदी चोरी हो गई थी। इस मामले की जांच करते हुए पुलिस को खगड़ा क्षेत्र में कुछ संदिग्ध गतिविधियाँ मिलीं। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने रेड लाइट एरिया के पास स्थित एक मोहल्ले में छापेमारी की योजना बनाई।
हंगामा और हिंसा का रूप ले लिया था प्रदर्शन
जब पुलिस ने संदिग्ध आरोपित को पकड़ा, तो मोहल्ले के लोग और आरोपित के रिश्तेदार एकजुट होकर पुलिसकर्मियों पर हमला करने लगे। इस दौरान, एक महिला पुलिस अधिकारी को झाड़ू और चप्पल से पीटा गया, जबकि अन्य पुलिसकर्मियों पर लाठी-डंडों से वार किए गए। सिर्फ पुलिसकर्मियों पर ही नहीं, बल्कि उनके वाहन पर भी हमला किया गया, जिसके परिणामस्वरूप पुलिस की गाड़ी का शीशा टूट गया और गेट भी खुल गया।
आक्रमण के बाद पुलिस कर्मी को भी निकाला गया गाड़ी से
आरोपितों ने न केवल वाहन पर हमला किया, बल्कि एक पुलिसकर्मी को गाड़ी से बाहर निकालकर उसकी बुरी तरह से पिटाई भी की। इस अचानक हुए हमले ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा। एसडीपीओ वन गौतम कुमार और सदर थानाध्यक्ष अभिषेक रंजन के नेतृत्व में पुलिस ने स्थिति को संभाला।
गिरफ्तारी के विरोध में महिला को किया गया हिरासत में
हमले के बाद एक महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि एसपी सागर कुमार ने बताया कि इस कार्रवाई का विरोध महिलाओं और बच्चों ने किया था। महिलाओं की गिरफ्तारी को लेकर हल्की झड़प भी हुई थी, लेकिन अब पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।
--Advertisement--