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Up kiran,Digital Desk : असम में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक सरगर्मी अब साफ नजर आने लगी है। राज्यभर में सभी दल अपनी रणनीति मजबूत करने में जुटे हैं। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को असम पहुंचकर भाजपा के चुनावी अभियान की औपचारिक शुरुआत कर दी।

प्रधानमंत्री ने रैली और जनसभा के जरिए जहां आम लोगों से संवाद किया, वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ बंद कमरे में बैठक कर संगठन और चुनावी तैयारियों की समीक्षा भी की। यह बैठक गुवाहाटी स्थित भाजपा के राज्य मुख्यालय वाजपेयी भवन, बासिष्ठा में आयोजित की गई।

सरकार और संगठन पर पीएम ने मांगा फीडबैक

करीब एक घंटे तक चली इस बैठक में पीएम मोदी ने नेताओं से सीधे सवाल किए। उन्होंने जानना चाहा कि मौजूदा सरकार की जनता के बीच क्या छवि है और पार्टी संगठन जमीनी स्तर पर कितना सक्रिय है। बैठक में मौजूद वरिष्ठ नेता और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नारायण बोरकोटकी ने बताया कि यह कोई औपचारिक बैठक नहीं थी।

उनके मुताबिक, प्रधानमंत्री ने खुद को किसी बड़े पद पर नहीं रखा, बल्कि एक सामान्य कार्यकर्ता की तरह सभी से खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी हर नेता की राय जानना चाहते थे और पूरे ध्यान से बातें सुन रहे थे।

मंच नहीं, नेताओं के बीच बैठकर की बातचीत

बैठक में शामिल एक अन्य नेता ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने मंच पर बैठने के बजाय सभी नेताओं के साथ जमीन पर बैठकर संवाद किया। उन्होंने वरिष्ठ नेताओं का हालचाल पूछा और चुनाव को लेकर उनकी चिंताओं और सुझावों पर चर्चा की।

इससे पहले पीएम मोदी ने सारुसजई इलाके से करीब 3.8 किलोमीटर लंबा रोड शो किया, जिसके बाद वह सीधे वाजपेयी भवन पहुंचे।

प्रदेश अध्यक्ष ने बताया बैठक को खास

असम भाजपा अध्यक्ष दिलीप सैकिया ने कहा कि यह पहली बार है जब किसी प्रधानमंत्री ने पार्टी के राज्य मुख्यालय का दौरा किया है। उन्होंने बताया कि बैठक में करीब 280 नेता मौजूद थे, जिनमें मौजूदा और पूर्व सांसद, मंत्री, विधायक और पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष शामिल थे।

दो दिवसीय दौरे में कई कार्यक्रम

अपने दो दिवसीय असम दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कई अहम कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। उन्होंने राज्य के पहले मुख्यमंत्री गोपीनाथ बर्दोलोई की प्रतिमा का अनावरण किया और हवाई अड्डे के नए टर्मिनल का उद्घाटन भी किया।

इसके साथ ही जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने केंद्र सरकार की योजनाओं और भाजपा सरकार की उपलब्धियों का जिक्र किया और आगामी चुनावों के लिए कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने की कोशिश की।