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जे के दौर में जब बैंक एफडी के शेयरधारक लगातार घटते रहते हैं, तो आवेदकों के लिए एक ऐसा विकल्प पोर्टफोलियो बेहद जरूरी हो जाता है, जहां रिटर्न सुनिश्चित हो, जोखिम न के बराबर हो, और पैसा पूरी तरह से सुरक्षित हो। इस स्थिति में पोस्ट ऑफिस की सेविंग्स स्कीम्स इन्वेस्टमेंट के लिए एक बहुत ही विश्वसनीय और सुरक्षित माध्यम उभर कर सामने आ रहा है। विशेष रूप से, जब भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा रेपो रेट घटे जाने के बावजूद भी पोस्टऑफिस ने अपनी रुचि हिस्सेदारी में कोई बदलाव नहीं किया है, तो ये योजनाएं और भी आकर्षक बन जाती हैं।

पोस्टऑफ़िस सेविंग्स स्कीम्स सरकारी निगरानी में संचालित होती हैं, जिसका मतलब है कि इन लाइसेंस में आपका पैसा पूरी तरह से सुरक्षित होता है। अगर आपका व्यवसाय हो, गृहिणी हो, नौकरीपेशा हो या फिर समाप्त हो - हर वर्ग के लिए पोस्टऑफिस की सेविंग्स में कुछ न कुछ खास है। इनमें मिलने वाला ब्याज भी वर्तमान समय में बैंकों से कहीं अधिक है, और सबसे अच्छी बात यह है कि यह ब्याज दर स्थिर रहता है।

रेपो रेट और एफडी पर उसका प्रभाव
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अनुपात में बदलाव
रिप्रो रेट वह दर होती है जिस पर भारतीय रिजर्व बैंक, बैंकों को शॉर्ट टर्म के लिए लोन देता है। जब भी आरबीआई के रेट में कटौती होती है, तो बैंक भी अपने लोन और एफडी का लाभ उसी अनुपात में घटाते हैं। ईसाई बैंकों से लोन लेना सस्ता हो जाता है लेकिन एफडी जैसे निवेश वाले निवेश पर ब्याज भी कम हो जाता है। साल 2023 और 2024 में आरबीआई ने कई बार रेट में कटौती की है, जिससे लगभग सभी बैंकों ने एफडी की कटौती कर दी है।

बैंकों की एफडी ब्याज में गिरावट
RBI के बैंकों के अनुसार, आपकी रुचि ब्याज दर में 0.5% से लेकर 1.5% तक की कटौती है। जहां पहले एक सामान्य बैंक एफडी पर 7.5% तक ब्याज मिल रहा था, वहीं अब यह 6% या उससे भी कम हो गया है। इससे उन लोगों के पैसे का अंतिम नुकसान हुआ है जो अपने सुरक्षित तरीके से निवेश करना चाहते थे। वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह परिवर्तन चिंता का विषय बन गया है क्योंकि उनके लिए स्थायी और सुनिश्चित रिटर्न अत्यंत आवश्यक है।

पोस्टऑफ़िस सेविंग स्कॉइस का परिचय
पोस्टऑफ़िस टीडी (टाइम डिपॉज़िट) स्कीम
पोस्ट ऑफिस टाइम मैनेजमेंट (टीडी) योजना, एक ऐसी निवेश योजना है जो बैंकों की एफडी की तरह ही काम करती है। इसमें आप एक निश्चित समय के लिए एक निश्चित राशि जमा करते हैं और उस पर निश्चित ब्याज की खरीदारी करते हैं। पोस्टऑफ़िस टीडी स्कीम को आप 1 साल, 2 साल, 3 साल या 5 साल के लिए खोल सकते हैं। सबसे बुरी बात यह है कि इसमें सभी नागरिकों से मिलने वालों की रुचि एक समान होती है - चाहे वह पुरुष हो या महिला, सामान्य नागरिक हो या वृद्ध नागरिक।

अन्य लोकप्रिय सेविंग स्कीम्स (पीपीएफ, एनएससी, आरडी आदि)
पोस्टऑफ़िस केवल टीडी स्कॉच ही नहीं है, बल्कि कई अन्य सेवाएँ स्कॉच भी प्रदान करता है जैसे:

पीपीएफ (पब्लिक प्रोविडेंट फंड): लार्ज टर्म निवेश के लिए बेहतरीन और टैक्स मुक्त रिटर्न मिलता है।

एनएससी (नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट): एक टार्म टर्म इन्वेस्टमेंट स्कीम है जो टैक्स छूट के साथ मिलती है।

आरडी (आवर्ती जमा): छोटे-छोटे मासिक निवेश के लिए उपयुक्त।

वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (एससीएसएस): विशेष रूप से बुजुर्ग नागरिकों के लिए।

मासिक आय योजना (एमआईएस): नियमित मासिक आय के लिए।

हर स्क्यॉ की अपनी विशेषताएं हैं, लेकिन पोस्ट ऑफिस टीडी स्क्यॉ, अपनी विश्वसनीयता, निश्चित रिटर्न और रिकवरी के मामले सबसे अधिक लोकप्रिय हैं।

पोस्टऑफ़िस टीडीस्काई की रुचि मित्र
विभिन्न अवधि के लिए ब्याज की दुकान का विवरण
सरकार द्वारा तय की गई स्टॉक राइटर हर तिमाही के अपडेट जारी किए जाते हैं। वर्तमान में, पोस्टऑफ़िस टीडी स्कॉच पर मीटिंग वाली डॉक्यूमेंट्री इस प्रकार हैं:

1 साल की टीडी
इस स्कीम में 6.9% वार्षिक ब्याज दर लागू है। यह उन लोगों के लिए सही है जो शॉर्ट टर्म में पैसा निवेश कर एक तय रिटर्न चाहते हैं।

2 साल की टीडी
इसमें 7.0% का वार्षिक ब्याज है। अगर आप 1 लाख रुपये निवेश करते हैं तो 2 साल बाद आपको कुल ₹1,14,888 मिलेंगे।

3 साल की टीडी
रुचि दर 7.1% है, जो कि टार्गेट टर्मिनल के लिए आकर्षक विकल्प है।

5 साल की टीडी
इस योजना में सबसे ज्यादा 7.5% ब्याज दर है। साथ ही इसमें निवेश करने पर आप सेक्शन 80सी के तहत टैक्स छूट का लाभ भी उठा सकते हैं।