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Bangladeshi Hindu: मोहम्मद यूनुस पर तीखा हमला करते हुए और उन्हें 'सत्ता का भूखा' बताते हुए, अपदस्थ PM शेख हसीना ने अपने पहले सार्वजनिक संबोधन में देश के अंतरिम नेता पर 'नरसंहार' करने और हिंदुओं सहित अल्पसंख्यकों की रक्षा करने में विफल रहने का इल्जाम लगाया। चार महीने पहले बांग्लादेश से भागी हसीना ने न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम में अपने समर्थकों को वर्चुअली संबोधित करते हुए ये भी दावा किया कि उन्हें और उनकी बहन शेख रेहाना को मारने की योजना थी, ठीक उसी तरह जैसे 1975 में उनके पिता शेख मुजीबुर रहमान की हत्या की गई थी।

रिपोर्ट के मुताबिक, हसीना वर्तमान में भारत में रह रही हैं, अब इल्जाम लगाया कि बांग्लादेश में पूजा स्थलों पर हमले हो रहे हैं और मौजूदा सरकार इस स्थिति से निपटने में पूरी तरह विफल रही है। हालाँकि हसीना ने बीते कुछ महीनों में कई बयान दिए हैं, लेकिन शरण लेने के बाद यह उनका पहला सार्वजनिक संबोधन था।

बंगाली में बोलते हुए उन्होंने कहा कि हथियारबंद प्रदर्शनकारियों को गणभवन (PM का आधिकारिक आवास) की ओर भेजा गया। अगर सुरक्षा गार्डों ने गोली चलाई होती, तो कई लोगों की जान जा सकती थी। यह 25-30 मिनट का मामला था और मुझे वहां से जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। मैंने उनसे कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए, गोली न चलाएं। आज, मुझ पर नरसंहार का आरोप लगाया जा रहा है। वास्तव में, यूनुस ने बहुत ही सोच-समझकर नरसंहार किया है। इस नरसंहार के पीछे मास्टरमाइंड छात्र समन्वयक और यूनुस हैं।

आगे उन्होंने कहा कि हिंदू, बौद्ध, ईसाई - किसी को भी नहीं बख्शा गया है। ग्यारह चर्चों को ध्वस्त कर दिया गया है, मंदिरों और बौद्ध तीर्थस्थलों को तोड़ दिया गया है। जब हिंदुओं ने विरोध किया, तो इस्कॉन नेता को अरेस्ट कर लिया गया। ये सरासर गलत है। 
 

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