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Up Kiran, Digital Desk: बिहार में एनडीए की भारी जीत के बाद जहां महागठबंधन के बड़े नेता अभी तक सामने नहीं आए हैं वहीं एक शख्स लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। नाम है प्रशांत किशोर। जिन्हें लोग PK कहते हैं। उनकी नई पार्टी जन सुराज को एक भी सीट नहीं मिली। ज्यादातर उम्मीदवारों की जमानत तक नहीं बची। फिर भी PK ने हार नहीं मानी। बल्कि उन्होंने खुद को बिहार के नए विपक्ष की धुरी बनाने का ऐलान कर दिया।

हार स्वीकार की लेकिन झुकना मना कर दिया

प्रेस कॉन्फरेंस में प्रशांत किशोर ने साफ कहा कि उनकी पार्टी का प्रदर्शन उम्मीद से बहुत कमजोर रहा। करीब साढे तीन फीसदी वोट मिले। दो सौ अड़तीस में से दो सौ छत्तीस उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। फिर भी एक बात उन्होंने जोर देकर बताई कि एक सौ उनतीस सीटों पर उनकी पार्टी तीसरे नंबर पर रही और एक सीट पर दूसरे नंबर पर। यानी पूरी तरह साफ नहीं हुए। जमीन बची है। अब उसी जमीन पर नया महल खड़ा करने का इरादा है।

नीतीश को खुली चुनौती: छह महीने में वादा पूरा करो वरना...

सबसे सनसनीखेज बयान उन्होंने नीतीश कुमार की नई सरकार को लेकर दिया। PK ने कहा कि चुनाव के दौरान एनडीए ने महिलाओं को डेढ़ करोड़ खातों में दो दो लाख रुपये देने का वादा किया था। अगर नई सरकार अगले छह महीने में यह वादा पूरा कर देती है तो वे राजनीति छोड़ देंगे। इतना ही नहीं बिहार भी छोड़ देंगे। यह चुनौती उन्होंने पटना में पत्रकारों के सामने दोहराई। साथ ही महिलाओं के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया ताकि कोई भी महिला अपने हक की मांग के लिए जन सुराज कार्यकर्ताओं से संपर्क कर सके।