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Prashant Kishor: जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर ने रविवार को बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव पर कटाक्ष करते हुए दावा किया कि '9वीं फेल' राजनेता के पास राज्य के विकास का प्रभावी नेतृत्व करने के लिए आवश्यक शिक्षा का अभाव है।

बिहार के भोजपुर में एक भीड़ को संबोधित करते हुए किशोर ने कहा, "अगर कोई संसाधनों की कमी के कारण शिक्षित नहीं हो पाता है, तो यह समझ में आता है। मगर अगर किसी के माता-पिता मुख्यमंत्री हैं और वह 10वीं कक्षा पास नहीं कर पाया है, तो यह शिक्षा के प्रति उनके दृष्टिकोण को दर्शाता है।"

'9वीं फेल दिखा रहा है बिहार के विकास का रास्ता'

तेजस्वी यादव की शैक्षणिक पृष्ठभूमि पर कटाक्ष करते हुए जन सुराज प्रमुख ने कहा, "एक 9वीं फेल बिहार के विकास का रास्ता दिखा रहा है। उन्हें (तेजस्वी यादव) जीडीपी और जीडीपी ग्रोथ के बीच का अंतर नहीं पता है और वे बताएंगे कि बिहार कैसे सुधरेगा?..."

किशोर ने तेजस्वी यादव की आलोचना करते हुए कहा कि वे अपने पिता लालू प्रसाद यादव की विरासत पर निर्भर हैं, जो पूर्व मुख्यमंत्री थे। उन्होंने आगे तर्क दिया कि अगर यादव को लालू यादव के बेटे से परे अपनी प्रतिष्ठा बनानी है तो उन्हें कड़ी मेहनत करनी होगी और अपने कामों से खुद को साबित करना होगा।

उन्होंने आरजेडी नेता के 10 सितंबर से शुरू होने वाले आगामी राज्य दौरे की आलोचना की और उन्हें चुनौती दी कि वे वाहनों के काफिले और फोटो खिंचवाने के बजाय पैदल यात्रा करके लोगों से जुड़ें। किशोर ने सरकारी नौकरियों के यादव के वादों को भ्रामक बताते हुए खारिज कर दिया और कहा कि बिहार के मौजूदा 23 लाख सरकारी कर्मचारी केवल 1.97% आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने तर्क दिया कि अगर यादव अपने वादे पूरे भी करते हैं, तो भी 98 प्रतिशत आबादी अप्रभावित रहेगी।

किशोर ने यादव को समाजवाद पर कोई पेपर पढ़े बिना पांच मिनट बोलने की चुनौती भी दी और कहा कि यादव में ऐसी अवधारणाओं पर चर्चा करने के लिए आवश्यक समझ का अभाव है।
 

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