
Up Kiran, Digital Desk: आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले में आगामी 21 जून को नौवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (IYD) की तैयारियाँ जोरों पर हैं। इस अवसर पर जिला कलेक्टर एम. हरि नारायणन ने योग के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि योग केवल एक शारीरिक व्यायाम नहीं, बल्कि भारतीय सांस्कृतिक विरासत का एक अभिन्न और अमूल्य हिस्सा है।
कलेक्टर ने जोर देकर कहा कि योग केवल शारीरिक स्वास्थ्य तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह मानसिक और आध्यात्मिक कल्याण का भी एक शक्तिशाली साधन है। उन्होंने बताया कि आज के व्यस्त और तनावपूर्ण जीवनशैली में योग शांति और स्थिरता प्रदान कर सकता है, जिससे व्यक्ति का समग्र स्वास्थ्य बेहतर होता है। यह हमें आंतरिक शांति और बाहरी संतुलन प्राप्त करने में मदद करता है।
उन्होंने आगे कहा कि योग हजारों वर्षों से हमारी संस्कृति का हिस्सा रहा है और इसे एक जीवन शैली के रूप में अपनाने की आवश्यकता है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा योग को वैश्विक मान्यता मिलना इसकी सार्वभौमिक अपील और लाभों का प्रमाण है। यह हमारी पारंपरिक ज्ञान प्रणाली का एक अद्भुत उदाहरण है जिसे पूरी दुनिया ने अपनाया है।
कलेक्टर ने जिला अधिकारियों और संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि वे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को सफल बनाने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी नागरिकों, विशेषकर युवाओं और छात्रों से आग्रह किया कि वे इस महत्वपूर्ण दिन पर सक्रिय रूप से भाग लें और योग को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाएं। यह आयोजन नेल्लोर में योग के प्रति जागरूकता बढ़ाने और एक स्वस्थ व शांतिपूर्ण समुदाय के निर्माण में सहायक होगा।
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