
Up Kiran, Digital Desk: आंध्र प्रदेश में अब कॉलेज की पढ़ाई सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं रहेगी। राज्य सरकार एक ऐसी शानदार पहल करने जा रही है, जिससे छात्रों को पढ़ाई पूरी करते ही आसानी से नौकरी मिल सके। इसके लिए, आंध्र प्रदेश राज्य उच्च शिक्षा परिषद (APSCHE) एक 'क्लस्टर-आधारित' रणनीति अपनाएगा।
क्या है यह 'क्लस्टर' मॉडल?
इस नई रणनीति के तहत, राज्य के कॉलेजों को 15-20 के छोटे-छोटे समूहों या 'क्लस्टर' में बांटा जाएगा। सबसे खास बात यह है कि हर क्लस्टर अपने इलाके में मौजूद उद्योगों (इंडस्ट्री) की ज़रूरतों के हिसाब से काम करेगा।
APSCHE के चेयरमैन, प्रोफेसर के. हेमचंद्र रेड्डी ने बताया कि इसका मकसद पढ़ाई और उद्योग की ज़रूरतों के बीच के बड़े अंतर को खत्म करना है।
इससे छात्रों को क्या फायदा होगा?
यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 को लागू करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसका लक्ष्य शिक्षा को सिर्फ डिग्री तक सीमित न रखकर उसे व्यावहारिक और रोजगार-उन्मुख बनाना है, ताकि आंध्र प्रदेश के युवा अपने पैरों पर मजबूती से खड़े हो सकें।
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