
Up Kiran, Digital Desk: भारतीय शेयर बाजार में इस हफ्ते लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट का सामना करना पड़ा है। बाजार के प्रमुख सूचकांक आज वैश्विक बाजारों से मिले कमजोर और नकारात्मक संकेतों से प्रभावित दिखे।
निवेशकों का रुझान सतर्क बना रहा और बिकवाली का दबाव देखा गया, जिसके चलते सेंसेक्स और निफ्टी जैसे प्रमुख सूचकांक नीचे लुढ़के। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक अनिश्चितताएं, ब्याज दरों में बढ़ोतरी की चिंताएं, या किसी अन्य भू-राजनीतिक तनाव जैसे कारक अक्सर वैश्विक बाजारों के प्रदर्शन को प्रभावित करते हैं, और इसका सीधा असर भारतीय बाजार पर भी पड़ता है।
आज की गिरावट दर्शाती है कि भारतीय बाजार अब भी वैश्विक प्रवृत्तियों (global trends) से अछूता नहीं है। जब दुनिया के बड़े बाजार कमजोरी दिखाते हैं, तो भारतीय निवेशक भी सतर्क हो जाते हैं और मुनाफावसूली या नए निवेश से बचने की कोशिश करते हैं।
लगातार तीसरे दिन की यह गिरावट निवेशकों के लिए थोड़ी चिंता का विषय हो सकती है, खासकर तब जब वे बाजार में स्थिरता की उम्मीद कर रहे हों। हालांकि, बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि यह वैश्विक कारकों के कारण एक अस्थायी प्रतिक्रिया हो सकती है, और निवेशकों को लंबी अवधि के नजरिए से देखना चाहिए।
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