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Up Kiran, Digital Desk: भारत के ग्रामीण इलाकों में आज भी अंधविश्वास की जड़ें गहरी हैं, जिसका फायदा उठाकर कुछ लोग जघन्य अपराधों को अंजाम देते हैं. बिहार के मुजफ्फरपुर में सामने आई एक हालिया घटना इसी कड़वी सच्चाई को बयां करती है, जहां झाड़-फूंक के बहाने एक गर्भवती महिला को हैवानियत का शिकार बनाया गया.
यह दिल दहला देने वाली वारदात मुजफ्फरपुर के शिवाईपट्टी थाना क्षेत्र के मडेरा गांव की है. बताया जा रहा है कि 25 वर्षीय एक महिला, जो सात महीने की गर्भवती थी, की तबीयत खराब रहने लगी. परिवार ने, खासकर महिला के ससुर ने, अंधविश्वास में पड़कर उसे इलाज के बजाय मधेरा गांव स्थित एक ओझा शिवशंकर साह के पास झाड़-फूंक के लिए ले जाने का फैसला किया.
पहली बार जब महिला को तांत्रिक के पास लाया गया, तो उसने ससुर को बाहर बैठाकर महिला को अकेले अंदर बुलाया और फिर उसके साथ दुष्कर्म किया. लोक-लाज और डर के कारण पीड़िता ने उस समय किसी को कुछ नहीं बताया. दुर्भाग्यवश, कुछ समय बाद जब महिला की तबीयत फिर बिगड़ी, तो परिजन उसे दोबारा उसी तांत्रिक के पास ले गए, और उसने एक बार फिर अपनी घिनौनी हरकत दोहराई. तीसरी बार जब महिला को तांत्रिक के पास लाया गया, तो आरोपी ने न सिर्फ फिर से दुष्कर्म किया, बल्कि उसके दो अन्य साथियों ने भी इस जघन्य अपराध में उसका साथ दिया, जिससे महिला गैंगरेप का शिकार हो गई.
इस बार महिला अपनी पीड़ा को और अधिक समय तक छिपा नहीं सकी. उसने हिम्मत जुटाकर अपने परिजनों को आपबीती सुनाई. घटना सुनकर परिवार के सदस्यों के पैरों तले ज़मीन खिसक गई. इस सदमे और अत्याचार के कारण महिला की हालत बिगड़ गई, जिसके बाद उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया. परिवार ने तुरंत शिवाईपट्टी पुलिस स्टेशन को सूचित किया, जिसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी तांत्रिक शिवशंकर साह को धर दबोचा. अन्य दो आरोपियों की तलाश जारी है.
थानाध्यक्ष मनमोहन कुमार ने बताया कि शिवाईपट्टी थाने की पुलिस को मंगलवार सुबह सूचना मिली थी कि आरोपी ओझा अपने घर मधयपुर में है. सूचना मिलते ही पुलिस ने छापा मारा और उसे गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के दौरान आरोपी ने पुलिस के सामने अपना गुनाह कबूल कर लिया है.
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