img

Up Kiran, Digital Desk: हिंदी और मराठी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी सहज और प्रभावशाली भूमिकाओं के लिए पहचाने जाने वाले वरिष्ठ अभिनेता अच्युत पोतदार का 91 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उनकी तबीयत पिछले कुछ दिनों से खराब चल रही थी और वे ठाणे स्थित जुपिटर अस्पताल में भर्ती थे। सोमवार रात उन्होंने वहीं अंतिम सांस ली। अभी तक उनके निधन का कारण सार्वजनिक रूप से स्पष्ट नहीं किया गया है।

उनके जाने से दर्शकों के दिलों में खालीपन

कई दशकों तक फिल्म और टेलीविज़न की दुनिया में सक्रिय रहे अच्युत पोतदार के अभिनय ने एक खास पहचान बनाई थी। चाहे हिंदी सिनेमा हो या मराठी टीवी शो — उनके किरदारों में एक अलग ही आत्मा होती थी, जिसे दर्शक लंबे समय तक याद रखते हैं। सोशल मीडिया पर कई मराठी जीईसी चैनलों और प्रशंसकों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी, जिससे साफ जाहिर है कि उन्होंने आम लोगों के दिलों में कितनी गहरी छाप छोड़ी थी।

एक ऐसा किरदार, जो आज भी मीम्स में ज़िंदा है

हालांकि उन्होंने कई फिल्मों में यादगार भूमिकाएं निभाईं, लेकिन '3 इडियट्स' के "मशीन क्लास प्रोफेसर" के रूप में उनकी प्रस्तुति आज भी इंटरनेट पर जिंदा है। उनका मज़ाकिया लेकिन गंभीर अंदाज़, और खासकर "क्या बात है" कहने की उनकी शैली, आज भी मीम्स और रील्स में बार-बार लौटती है। इस एक किरदार ने उन्हें देशभर में एक नई पहचान दिलाई।

फिल्मोग्राफी जिसने सादगी को बयां किया

अच्युत पोतदार ने जिन फिल्मों में काम किया, उनमें ‘लगे रहो मुन्ना भाई’, ‘इश्क’, ‘वास्स्तव: द रियलिटी’, ‘परिणीता’, ‘द्रोहकाल’, ‘रंगीला’, ‘यशवंत’, ‘डैमिनी’, और टीवी शो ‘सुराग: द क्लू’ शामिल हैं। उन्होंने अधिकतर सहायक भूमिकाएं निभाईं, लेकिन हर बार अपने अभिनय में एक सच्चाई और गहराई लाकर उन्होंने किरदार को जीवंत कर दिया।

सोशल मीडिया पर कलाकार को याद किया गया

स्टार प्रवाह के आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट ने सोमवार रात उनके निधन की पुष्टि करते हुए लिखा कि अच्युत पोतदार की मुस्कान, सादगी और उनके किरदारों की ईमानदारी को हमेशा याद किया जाएगा। उनके निधन की खबर के बाद प्रशंसकों और सहकर्मियों के बीच गहरा शोक देखा गया।