img

Up Kiran, Digital Desk: भारत-पाकिस्तान सीमा के आसपास बसे किसान अपनी जमीन की सुरक्षा और खेती की जिम्मेदारी निभाने के लिए रोजाना कई परेशानियों का सामना करते हैं। ऐसा ही एक मामला पंजाब के फिरोजपुर से सामने आया है, जहां एक किसान अनजाने में सीमा पार कर पाकिस्तान में फंस गया और वहां की अदालत ने उसे एक महीने की जेल की सजा सुनाई है। इस घटना ने सीमा पर खेती करने वाले किसानों की नाजुक स्थिति पर एक बार फिर सवाल उठा दिया है।

अमृतपाल, जो फिरोजपुर के एक छोटे से गांव के रहने वाले हैं, अपनी परिवार सहित जीवन यापन करते हैं। उनके पास करीब 8.5 एकड़ खेती की जमीन है, जो भारतीय और पाकिस्तानी सीमा के बीच बाड़ के नजदीक है। 21 जून को वह अपने खेत की देखभाल के लिए सीमा सुरक्षा बल की निगरानी वाले इलाके में गए, लेकिन शाम तक वापस नहीं लौट पाए।

बीएसएफ ने उनकी खोजबीन शुरू की और बाद में उनके पैरों के निशान पाकिस्तानी इलाके की ओर जाते हुए पाए गए। 27 जून को पता चला कि पाकिस्तानी रेंजर्स ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है और स्थानीय पुलिस की हिरासत में रखा गया है।

अमृतपाल के पिता, जो खुद पाकिस्तान में वकालत करते हैं, ने बताया कि अदालत ने विदेशी अधिनियम, 1946 के तहत उन्हें एक महीने की जेल की सजा और जुर्माने का आदेश दिया है। जुर्माना न भरने पर सजा में 15 दिन की बढ़ोतरी हो सकती है। इसके साथ ही अदालत ने सजा पूरी होने के बाद उनके निर्वासन की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश भी दिया है।

इस पूरे घटनाक्रम ने सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले किसानों के लिए नए खतरे और असुरक्षाएं पैदा कर दी हैं। इन इलाकों के किसानों को दिन में निर्धारित समय (सुबह 8 से शाम 5 बजे तक) में ही अपने खेतों में जाने की अनुमति मिलती है और उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच काम करना होता है। लेकिन फिर भी सीमाओं के इतने करीब रहने के कारण ये लोग अनजाने में कई बार इस तरह की परेशानियों का सामना करते हैं।

अमृतपाल ने हाल ही में अपने परिवार से संपर्क किया और अपनी स्थिति की जानकारी दी। उनके पिता ने केंद्र सरकार और पंजाब प्रशासन से आग्रह किया है कि वे तुरंत राजनयिक प्रयास करें ताकि उनका बेटा जल्द से जल्द वापस आ सके। बीएसएफ भी उनकी खोज में जुटी हुई है और इस मामले में पूरी संवेदनशीलता से काम कर रही है।

--Advertisement--