Up Kiran, Digital Desk: भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा हाल ही में की गई विशाल ब्याज दर कटौती की देश भर में चर्चा हो रही है। इस कदम का विश्लेषण करते हुए, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की रिसर्च टीम ने अपनी राय व्यक्त की है।
एसबीआई रिसर्च के अनुसार, आरबीआई की यह बड़ी दर कटौती केवल एक उद्देश्य को पूरा नहीं करेगी, बल्कि यह 'नई तिकड़ी' की तरह लगन से कार्य करेगी। इसका तात्पर्य यह है कि यह मौद्रिक नीति का कदम एक साथ तीन प्रमुख क्षेत्रों या लक्ष्यों को संबोधित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
एसबीआई रिसर्च ने स्पष्ट रूप से उन तीन क्षेत्रों का विवरण नहीं दिया है जिन्हें यह 'नई तिकड़ी' संबोधित करेगी, आमतौर पर केंद्रीय बैंक की दर कटौतियों का उद्देश्य आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देना, तरलता बढ़ाना और निवेश को प्रोत्साहित करना होता है।
एसबीआई रिसर्च का यह आकलन बताता है कि वे आरबीआई के इस कदम को अर्थव्यवस्था के लिए एक शक्तिशाली और बहुआयामी उपाय के रूप में देख रहे हैं, जो कई मोर्चों पर एक साथ सकारात्मक प्रभाव डालने की क्षमता रखता है। यह बताता है कि बाजार के विश्लेषक इस दर कटौती को केवल एक तकनीकी समायोजन से कहीं अधिक मान रहे हैं।
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