
आईपीएल 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। टीम को एक बार फिर घरेलू मैदान पर हार का सामना करना पड़ा, और इस बार भी हार की पटकथा उनके खुद के बल्लेबाजों और गेंदबाजों ने ही लिखी। बारिश के चलते मुकाबला 14 ओवर का कर दिया गया था, लेकिन RCB फिर भी 100 रन तक नहीं पहुंच सकी। इस हार ने टीम को प्लेऑफ की दौड़ में और पीछे धकेल दिया है।
टिम डेविड की पारी ने बचाई लाज
पंजाब किंग्स के खिलाफ इस मैच में RCB ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की लेकिन पूरी टीम सिर्फ 95 रन ही बना सकी। यह स्कोर टिम डेविड की 26 गेंदों में खेली गई 50 रनों की तेजतर्रार पारी की बदौलत संभव हो सका। वरना हालत इससे भी खराब हो सकती थी। फिल साल्ट महज 4 रन और विराट कोहली सिर्फ 1 रन बनाकर जल्दी आउट हो गए, जिससे टीम शुरुआत में ही संकट में आ गई।
क्रूणाल पांड्या – न बल्ला चला, न गेंद
इस मैच में क्रूणाल पांड्या से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन वह एक बार फिर नाकाम साबित हुए। बल्लेबाजी में उन्हें मौका मिला, लेकिन उन्होंने सिर्फ दो गेंदों पर एक रन बनाकर विकेट गंवा दिया। इससे पहले भी आईपीएल 2025 में उनका प्रदर्शन बेहद फीका रहा है। सीएसके के खिलाफ बिना खाता खोले आउट हुए, गुजरात के खिलाफ 5 रन, दिल्ली के खिलाफ 18 रन और अब एक रन की पारी से साफ है कि वे लय से बाहर हैं।
गेंदबाजी में भी नहीं कर पाए असर
केवल बल्लेबाजी ही नहीं, गेंदबाजी में भी पांड्या विफल रहे। कप्तान रजत पाटीदार ने उन्हें एक ओवर दिया, जिसमें उन्होंने 10 रन लुटा दिए। उनकी गेंदों में न धार दिखी, न नियंत्रण। इस दौरान दूसरे छोर से सुयश शर्मा ने सधी हुई गेंदबाजी की और दबाव बनाए रखा, लेकिन पांड्या ने उस दबाव को बनाए रखने में मदद नहीं की। नतीजतन, कप्तान को उन्हें गेंदबाजी से हटाकर जोश हेजलवुड को लाना पड़ा, जिन्होंने आते ही दो विकेट लेकर टीम को थोड़ी उम्मीद दी।
एकमात्र यादगार प्रदर्शन मुंबई के खिलाफ
क्रूणाल पांड्या ने अब तक इस सीजन में सिर्फ एक बार ही गेंदबाजी में असर डाला है, जब उन्होंने मुंबई इंडियंस के खिलाफ 45 रन देकर चार विकेट लिए थे। लेकिन उसके बाद से वे लगातार फ्लॉप साबित हो रहे हैं। उनका फॉर्म न बल्लेबाज के तौर पर काम आ रहा है और न ही गेंदबाज के तौर पर। यही वजह है कि अब वे टीम की कमजोर कड़ी बनते जा रहे हैं।
टीम मैनेजमेंट के सामने बड़ा सवाल
RCB टीम मैनेजमेंट के सामने अब यह बड़ा सवाल है कि क्या पांड्या को प्लेइंग इलेवन में बनाए रखा जाए या उन्हें बाहर बैठाकर किसी और विकल्प को आजमाया जाए। एक ऐसा खिलाड़ी जिसे हर मैच में दोहरी भूमिका निभानी है – अगर वह दोनों में नाकाम हो रहा है, तो टीम की रणनीति पर असर पड़ना तय है।
RCB को चाहिए सख्त फैसले
RCB के लिए अब हर मैच निर्णायक बन गया है। टीम को प्लेऑफ की दौड़ में बने रहने के लिए जीत की राह पर लौटना होगा। ऐसे में टीम को अपने प्रदर्शन पर गंभीर मंथन करना होगा – और इसमें सबसे पहले क्रूणाल पांड्या के फॉर्म पर निर्णय लेना जरूरी हो गया है।