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Up Kiran, Digital Desk: बिहार की राजनीति एक बार फिर गरम हो गई है। वजह है लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य का भावुक और तीखा बयान, जिसने राजद परिवार में कलह, बिहार राजनीति विवाद, चुनाव बाद तनाव को खुलकर सामने ला दिया है। रोहिणी ने दावा किया कि उन्हें अपने ही परिवार ने दूर कर दिया है और इसके पीछे तेजस्वी यादव समेत कुछ करीबी लोग हैं।

पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए रोहिणी ने कहा कि परिवार में सवाल उठाना अपराध जैसा हो गया है। उनका आरोप है कि अगर कोई संजय यादव या रमीज़ का नाम लेकर कोई बात करें तो उसे तुरंत चुप करा दिया जाता है। उन्होंने कहा कि विरोध करने वालों को बदनाम किया जाता है, गालियाँ दी जाती हैं और घर से निकालने की धमकी भी मिलती है।

इसके कुछ घंटे पहले ही उन्होंने एक्स पर पोस्ट करके राजनीति छोड़ने का एलान किया था। उन्होंने यह भी लिखा कि परिवार से नाता तोड़ने का फैसला उन्होंने दबाव में लिया है और इसका पूरा दोष वे खुद ले रही हैं। उनकी इस पोस्ट ने पार्टी के भीतर की खामोशी को और गहरा कर दिया।

रोहिणी आचार्य का कहना है कि पार्टी के कई कार्यकर्ता राजद की करारी चुनावी हार पर सवाल पूछ रहे हैं, लेकिन जवाबदेही की जगह सिर्फ एक खास समूह का दबदबा बढ़ता जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि रणनीतिकार संजय यादव को बचाने की कोशिश हो रही है, जबकि असल सवालों से सभी दूर भाग रहे हैं।

जब उन्होंने अपने माता-पिता का घर छोड़ा और मीडिया से बात की, तब उन्होंने साफ कहा “मेरा कोई परिवार नहीं है। संजय, रमीज़ और तेजस्वी वही लोग हैं जिनकी वजह से मुझे बाहर किया गया। क्योंकि चुनावी हार की जिम्मेदारी कोई नहीं लेना चाहता।”