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Up Kiran, Digital Desk: देश के कई हिस्सों में लंबे इंतजार के बाद मॉनसून ने रफ्तार पकड़ ली है, जिससे न केवल गर्मी से राहत मिली है बल्कि खेती-किसानी पर भी सकारात्मक असर पड़ने की उम्मीद बढ़ गई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, इस हफ्ते उत्तर भारत से लेकर दक्षिण के तटीय इलाकों तक बारिश की गतिविधियों में तेजी बनी रहेगी।

दिल्ली-एनसीआर में गर्मी से बड़ी राहत, हफ्तेभर हलचल रहेगी

राजधानी दिल्ली और उससे सटे नोएडा और गाजियाबाद में हाल ही में हुई बारिश ने तपती गर्मी से जूझ रहे लोगों को राहत दी है। मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले दिनों में भी राजधानी में रुक-रुक कर हल्की से मध्यम बारिश होती रहेगी। सोमवार को हुई बारिश के बाद वातावरण में नमी बढ़ गई है और तापमान में गिरावट दर्ज की गई, जिससे ट्रैफिक जाम और जलभराव जैसी समस्याएं भी देखने को मिलीं।

पूर्वी भारत: उत्तर प्रदेश और बिहार में लौटता मानसून

पूर्वी भारत के दो प्रमुख राज्य उत्तर प्रदेश और बिहार में मानसूनी गतिविधियाँ एक बार फिर तेज़ हो गई हैं। यूपी के कई जिलों में आज गरज के साथ हल्की से तेज़ बारिश के आसार हैं, जिससे ग्रामीण इलाकों में खेतों की तैयारी फिर से शुरू हो गई है। बिहार में रविवार को कई इलाकों में अच्छी बारिश हुई और उमस से राहत मिली। मौसम विभाग ने राज्य के कुछ जिलों के लिए फिर से अलर्ट जारी किया है, जिससे किसानों में उम्मीद जगी है कि खरीफ फसलों को अब पर्याप्त पानी मिलेगा।

उत्तर भारत के पहाड़ी राज्य सतर्क – लैंडस्लाइड का खतरा बढ़ा

हिमालयी राज्यों में भी बारिश ने रफ्तार पकड़ ली है, लेकिन इसके साथ ही खतरे की घंटी भी बज गई है। उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र – खासकर नैनीताल, चंपावत और उधम सिंह नगर में भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। वहीं जम्मू-कश्मीर में 21 से 23 जुलाई तक भारी वर्षा की संभावना जताई गई है, जिससे नदी-नालों का जलस्तर अचानक बढ़ सकता है।

हिमाचल प्रदेश में भी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। 21 से 27 जुलाई के बीच वहां अच्छी खासी बारिश की उम्मीद है, और 23 जुलाई तक कुछ क्षेत्रों में अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।

दक्षिण भारत में भी बरसेगा पानी, तटीय क्षेत्र होंगे ज्यादा प्रभावित

दक्षिण के तटीय राज्यों में भी बादलों ने मोर्चा संभाल लिया है। खासकर कर्नाटक, गोवा और महाराष्ट्र के समुद्री किनारों पर 21 से 27 जुलाई के बीच भारी बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने दक्षिण कन्नड़, उडुपी और उत्तर कन्नड़ जैसे जिलों में अत्यधिक बारिश के संकेत दिए हैं।

IMD के अनुसार, उडुपी जिले के हंगलोर में रविवार को 92 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, जो इस महीने की अब तक की सबसे अधिक वर्षा में से एक है। इसके अलावा गडग जिले में 77.1 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे क्षेत्रीय जलाशयों और जलस्त्रोतों में पानी का स्तर बढ़ा है।

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