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Up Kiran, Digital Desk: लखनऊ में जारी भारी बारिश ने शहरवासियों की रोजमर्रा की जिंदगी को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। नगर प्रशासन ने इस स्थिति को देखते हुए कक्षा 1 से 12 तक के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को सोमवार को बंद रखने का फैसला किया है। डीएम विशाख अय्यर ने स्पष्ट किया कि जैसे ही मौसम में सुधार होगा, मंगलवार से फिर से स्कूल खुलने की संभावना है। इस कदम से बच्चों और उनके अभिभावकों को असुविधा होने के बावजूद सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई है।
मौसम विभाग ने आगामी 24 से 36 घंटों के भीतर और अधिक बारिश की चेतावनी जारी की है, जिससे राहत मिलने की संभावना कम ही नजर आ रही है। इसी बीच, राजधानी के कई हिस्सों में भारी वर्षा से जलजमाव और ट्रैफिक जाम की समस्या ने लोगों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।
कई इलाकों में रिकॉर्ड बारिश, जलभराव से जनजीवन अस्त-व्यस्त
रविवार को लखनऊ के अलग-अलग क्षेत्रों में जबरदस्त बारिश हुई। विशेष तौर पर सिद्धार्थनगर में 96 मिमी, अमेठी में 70.1 मिमी, बरेली में 66.6 मिमी और कौशाम्बी में 65.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। राजधानी में भी सुबह 8:30 से शाम 5:30 बजे तक 61.5 मिमी तक बारिश का रिकॉर्ड बना, जिसने सड़कों और गलियों में जलभराव कर दिया।
अयोध्या के जलवानपुरा इलाके में तो हालात इतने बिगड़े कि सरयू नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण लोग घुटनों तक पानी में भीगकर ही अपने घरों तक पहुंच पाए। ऐसे हालात में बुजुर्गों, बच्चों और असहायों के लिए स्थिति और भी चिंताजनक हो गई है।
वाराणसी में बाढ़ से उत्पन्न समस्याएं, नावों पर पाबंदी
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में भी लगातार बारिश और गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि से बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। नदी का जलस्तर शनिवार से लगातार ऊपर बढ़ता जा रहा है, जिसके कारण शहर के कई हिस्से जलमग्न हो गए। प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर गंगा नदी पर चलने वाली सभी नावों को फिलहाल रोक दिया है। लोग कई जगह पैदल घुटनों तक पानी में भीगकर गुजरने को मजबूर हैं, जिससे दैनिक जीवन प्रभावित हुआ है और यातायात व्यवस्था चरमरा गई है।
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