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आईपीएल 2025 सीजन अपने निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुका है और हर मैच अब टूर्नामेंट की तस्वीर को बदलने की क्षमता रखता है। आज का मुकाबला कुछ ऐसा ही है—जब जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स (RR) और मुंबई इंडियंस (MI) आमने-सामने होंगी। एक तरफ है राजस्थान, जिसे प्लेऑफ की उम्मीदें ज़िंदा रखने के लिए जीत की सख्त ज़रूरत है, और दूसरी तरफ है मुंबई इंडियंस, जो लगातार पांच जीतों के साथ जोश में है और टॉप 2 में जगह पक्की करने के इरादे से मैदान में उतरेगी।
राजस्थान की टीम ने इस सीजन में अब तक 10 मैच खेले हैं, लेकिन केवल 3 में ही जीत हासिल कर सकी है। प्लेऑफ की दौड़ में बने रहने के लिए उनके लिए अगले चारों मैच जीतना अनिवार्य हो गया है। एक हार और वो सीधे दौड़ से बाहर हो सकते हैं। वहीं मुंबई ने अब तक 12 अंक बटोर लिए हैं और फिलहाल तीसरे पायदान पर है।
इस मैच में सिर्फ अंक नहीं, बल्कि आत्मविश्वास, टीम संयोजन और रणनीति की भी परीक्षा होगी।
जयपुर की पिच: बल्लेबाजों के लिए जन्नत, गेंदबाजों के लिए चुनौती
सवाई मानसिंह स्टेडियम की पिच इस सीजन में अब तक बल्लेबाजों के लिए काफी मददगार रही है। यहां खेले गए तीन मैचों में से दो बार लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम विजेता रही है, जिससे संकेत मिलता है कि टॉस इस मैच में बेहद निर्णायक भूमिका निभा सकता है।
पहली पारी का औसत स्कोर इस सीजन में करीब 187 रन का रहा है, जो साफ दर्शाता है कि यहां रन बनाना आसान है, लेकिन लक्ष्य का पीछा करना और भी सरल। यही वजह है कि टॉस जीतने वाली टीम गेंदबाजी को प्राथमिकता दे सकती है।
इतिहास की बात करें तो इस मैदान पर अब तक कुल 60 आईपीएल मैच खेले जा चुके हैं। इनमें से 39 बार टारगेट चेज़ करने वाली टीम विजयी रही है, जबकि पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम को केवल 21 बार जीत नसीब हुई है। ये आंकड़े साफ इशारा करते हैं कि रन चेज़ करना इस मैदान की खासियत है।
राजस्थान vs मुंबई: जयपुर में पलड़ा भारी किसका?
यदि आंकड़ों की बात करें तो सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स का पलड़ा मुंबई इंडियंस के खिलाफ भारी नजर आता है। दोनों टीमों के बीच इस मैदान पर अब तक 8 मुकाबले खेले गए हैं, जिनमें से 6 बार राजस्थान रॉयल्स को जीत मिली है, जबकि मुंबई केवल 2 मैच जीत पाई है।
यहां तक कि मुंबई ने इस मैदान पर आखिरी बार राजस्थान को साल 2012 में हराया था—यानी 13 साल पहले। यह डेटा न केवल राजस्थान की घरेलू मजबूती को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि मुंबई को इस मैदान पर जीत दर्ज करना आसान नहीं है, चाहे वह फॉर्म में हो या अंक तालिका में ऊपर।
राजस्थान के लिए यह घरेलू समर्थन और पुराना रिकॉर्ड मानसिक बढ़त देने का काम करेगा, जबकि मुंबई को अपने गेम प्लान में चतुराई और आक्रामकता लानी होगी।
मुंबई का जीत का सिलसिला: आत्मविश्वास के साथ उतरेगी मैदान में
मुंबई इंडियंस की टीम ने पिछले कुछ मैचों में कमाल का प्रदर्शन किया है। खासकर उनके बल्लेबाजों ने लगातार रन बनाए हैं और गेंदबाजों ने विकेट चटकाकर टीम को शानदार लय में पहुंचाया है। रोहित शर्मा और सूर्यकुमार यादव की जोड़ी, कैमरन ग्रीन की ऑलराउंडर भूमिका, और बुमराह की घातक गेंदबाज़ी इस टीम को हर विभाग में मजबूती देती है।
मुंबई के लिए सबसे अहम बात यह है कि वो लगातार 5 मैचों में जीत हासिल कर चुके हैं, और टीम का मनोबल चरम पर है। अगर आज का मुकाबला भी वे जीत लेते हैं, तो वे प्लेऑफ में लगभग अपनी जगह पक्की कर सकते हैं।
टीम संयोजन की बात करें तो मुंबई का बैलेंस राजस्थान से बेहतर नजर आता है। लेकिन क्रिकेट के मैदान पर रिकॉर्ड्स और आंकड़े सिर्फ आधी कहानी कहते हैं—बाकी फैसला हमेशा प्रदर्शन करता है।
राजस्थान की उम्मीदें: घरेलू सपोर्ट और आखिरी मौका
राजस्थान रॉयल्स इस समय करो या मरो की स्थिति में हैं। कप्तान संजू सैमसन की कप्तानी में टीम ने इस सीजन में शुरुआत तो धमाकेदार की थी, लेकिन फिर बीच में फॉर्म लड़खड़ा गई। अब उनके पास कुछ ही मैच बचे हैं और हर मैच फाइनल की तरह खेलना होगा।
टीम के पास यशस्वी जायसवाल और जोस बटलर जैसे धाकड़ ओपनर्स हैं, जिनसे एक विस्फोटक शुरुआत की उम्मीद रहेगी। वहीं चहल और ट्रेंट बोल्ट जैसे गेंदबाज़ इस पिच पर बड़ा अंतर ला सकते हैं।
घरेलू मैदान, दर्शकों का समर्थन और बीते रिकॉर्ड टीम के पक्ष में हैं, लेकिन क्या वे इस मौके को कैश कर पाएंगे या दबाव में फिर चूक जाएंगे—यही देखने लायक होगा।
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