img

Up Kiran, Digital Desk: घरेलू क्रिकेट के सबसे बड़े टूर्नामेंट, रणजी ट्रॉफी का आगाज़ हो चुका है और मध्य प्रदेश के कप्तान रजत पाटीदार ने पहले ही मैच में अपने बल्ले से आग लगा दी है. पंजाब के खिलाफ इंदौर में खेले जा रहे मुकाबले में पाटीदार ने अपने फर्स्ट-класс करियर का पहला दोहरा शतक जड़कर अपनी टीम को बेहद मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया है.

कप्तान ने खेली कप्तानी पारी: मैच के तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक रजत पाटीदार 332 गेंदों पर 205 रन बनाकर नाबाद रहे. अपनी इस शानदार पारी में उन्होंने 26 चौके लगाए. यह सिर्फ एक बड़ी पारी नहीं है, बल्कि एक कप्तान की जिम्मेदारी भरी पारी है. जब टीम को उनकी सबसे ज़्यादा ज़रूरत थी, तब पाटीदार चट्टान की तरह क्रीज़ पर डटे रहे और मध्य प्रदेश का स्कोर 519/8 तक पहुंचा दिया. इस दोहरे शतक की बदौलत मध्य प्रदेश ने पंजाब पर 287 रनों की विशाल बढ़त बना ली है, जिससे मैच पर उनकी पकड़ पूरी तरह मज़बूत हो गई है.

सब्र और आक्रामकता का बेहतरीन तालमेल

पाटीदार की इस पारी में सब कुछ था - धैर्य, बेहतरीन टाइमिंग और सही समय पर बड़े शॉट्स लगाने की कला. उन्होंने साबित कर दिया कि क्यों उन्हें भारतीय घरेलू क्रिकेट के सबसे प्रतिभाशाली बल्लेबाज़ों में से एक माना जाता है. यह पारी उनके करियर के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकती है.

क्या टीम इंडिया में होगी वापसी: रजत पाटीदार सिर्फ अपनी बल्लेबाज़ी से ही नहीं, बल्कि अपनी कप्तानी से भी सबका दिल जीत रहे हैं. इससे पहले उन्होंने अपनी कप्तानी में सेंट्रल ज़ोन को एक दशक बाद दलीप ट्रॉफी का खिताब जिताया था. यही नहीं, आईपीएल में भी वह रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को पहली बार चैंपियन बना चुके हैं.

सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा था. लगातार अच्छे प्रदर्शन के बाद अब क्रिकेट के गलियारों में यह चर्चा तेज हो गई है कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाली अगली टेस्ट सीरीज के लिए उन्हें भारतीय टीम में दोबारा मौका मिल सकता है. उनका शांत स्वभाव और आक्रामक खेल उन्हें टेस्ट क्रिकेट के लिए एक बेहतरीन विकल्प बनाता है.

फिलहाल, उनकी इस पारी ने रणजी ट्रॉफी में मध्य प्रदेश के अभियान को एक बेहतरीन शुरुआत दे दी है. अब सबकी नज़रें पाटीदार के अगले मैचों पर टिकी रहेंगी.