Ranji Trophy: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा पिछले एक साल से टेस्ट क्रिकेट में रनों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया के निराशाजनक दौरे के बाद बीसीसीआई ने कड़ा रुख अपनाया। इसके चलते रोहित समेत कई बड़े खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट खेलना पड़ा। रोहित शर्मा ने 10 साल बाद रणजी क्रिकेट खेला। मुंबई की टीम के लिए खेलते हुए वह दोनों पारियों में ज्यादा कमाल नहीं दिखा सके। पहले भारतीय टीम और फिर मुंबई रणजी ट्रॉफी में असफल रहे रोहित शर्मा ने आखिरकार मजबूरी में बड़ा फैसला लिया है।
रोहित शर्मा ने जम्मू-कश्मीर के खिलाफ रणजी मैच खेला। इस मैच में उनका लक्ष्य टेस्ट मैचों में अपना खोया हुआ फॉर्म वापस पाना था। हालाँकि, वह दोनों पारियों में फ्लॉप रहे। वह इस मैच की पहली पारी में 3 रन और दूसरी पारी में 28 रन ही बना सके। ऐसे में रोहित ने अब इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज और उसके बाद चैंपियंस ट्रॉफी को ध्यान में रखते हुए एक बार फिर वनडे क्रिकेट पर ध्यान देने का फैसला किया है। इसलिए उन्होंने मुंबई रणजी से अपना नाम वापस ले लिया है।
इस निर्णय के पीछे कई कारण
हिटमैन अब रणजी ट्रॉफी 2024-25 के अगले दौर में नहीं खेलेंगे। मुंबई टीम का अगला मैच 30 जनवरी को मेघालय के खिलाफ होगा। मीडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, रोहित ने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज और उसके बाद होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारियों के कारण अब रणजी ट्रॉफी में नहीं खेलने का फैसला किया है।