ratan tata pass away: कल रात खबर आई कि भारत के दिग्गज उद्योगपति टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा का निधन हो गया है। ये खबर दुनिया भर में हवा की तरह फैल गई. उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में आखिरी सांस ली।
भारतीय इतिहास में रतन टाटा का नाम हमेशा सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा। रतन टाटा द्वारा छोड़ी गई विरासत का भारत के इतिहास में गर्व से उल्लेख किया जाएगा। भारत में जब भी उद्योगपतियों का जिक्र होता है तो सबसे पहले रतन टाटा का नाम लिया जाता है। रतन टाटा सिर्फ एक उद्योगपति ही नहीं थे बल्कि उन्होंने जीवन भर समाज की सेवा की।
रतन टाटा को भारतीय उद्योग का जनक कहा जाता है। रतन टाटा ने भारत के लिए बहुत बड़ा योगदान दिया है। उनके द्वारा किये गये कार्यों को दुनिया याद रखेगी.
1. कोरोना के दौरान देश बड़ी मुसीबत में था. ऐसे कठिन समय में रतन टाटा देश की मदद के लिए आए। उन्होंने देश की मदद के लिए 500 करोड़ रुपये का बड़ा योगदान दिया. उनके योगदान को दुनिया ने देखा.
2. रतन टाटा ने 1991 से 2012 तक टाटा समूह के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। उनके कार्यकाल के दौरान, टाटा समूह ने कई नई कंपनियों में निवेश किया और अपनी वैश्विक उपस्थिति का विस्तार किया। रतन टाटा ने टाटा को एक अंतरराष्ट्रीय बैंड बनाया।
4. रतन टाटा ने 2008 में देश में आम वर्ग के लिए दुनिया की सबसे सस्ती कार मॉडल टाटा नैनो लॉन्च की थी। इस कार की कीमत एक लाख रुपये थी.
4. रतन टाटा के नेतृत्व में टीसीएस ने आईटी क्षेत्र में विश्व स्तर पर विस्तार किया। यह टाटा समूह की सबसे मूल्यवान कंपनियों में से एक है।
5. रतन टाटा ने जगुआर लैंड रोवर, टीटीएसी जैसे प्रतिष्ठित ब्रांडों का अधिग्रहण करके टाटा समूह की अंतरराष्ट्रीय पहचान को मजबूत किया।
6. रतन टाटा ने शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में बेहतरीन काम किया। उन्होंने टाटा ट्रस्ट के माध्यम से समाज के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
7. रतन टाटा ने भारत में एक कैंसर अस्पताल शुरू किया। टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल मुंबई, टाटा मेमोरियल सेंटर कोलकाता, टाटा मेमोरियल सेंटर चेन्नई, टाटा मेमोरियल सेंटर वाराणसी समेत देश के कई शहरों में कैंसर अस्पताल हैं, जिससे आम आदमी को काफी फायदा होता है। यहां आम लोगों को कम कीमत पर इलाज मिलता है।
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