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Up Kiran , Digital Desk:  राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) द्वारा आयोजित प्राध्यापक अर्थशास्त्र (स्कूल शिक्षा) प्रतियोगी परीक्षा 2022 में हुई धांधली के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए विशेष अभियान समूह (SOG) ने शनिवार को फरार आरोपी स्कूल लेक्चरर कविता लखेरा (35) को गिरफ्तार कर लिया। लंबी छानबीन के बाद एसओजी टीम ने कविता को पकड़कर कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे सोमवार तक तीन दिन के रिमांड पर भेज दिया गया है। कविता लखेरा सांगानेर के मालपुरा गेट निवासी श्याम सुन्दर लखेरा की पत्नी हैं।

एसओजी के अतिरिक्त महानिदेशक (ADG) वी.के. सिंह ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि कविता लखेरा ने अपने भाई दीपक लक्षकार और पेपर माफियाओं के साथ मिलकर 25 लाख रुपए में परीक्षा से पहले अर्थशास्त्र का प्रश्नपत्र हासिल किया था। इस प्रश्नपत्र को उसने कई अभ्यर्थियों को पढ़ाया था। चौंकाने वाली बात यह है कि परीक्षा से एक दिन पहले 8 से 10 अभ्यर्थियों को एक विशेष स्थान पर ले जाकर पूरी रात पेपर समझाया गया और फिर उन्हें परीक्षा केंद्र के लिए रवाना किया गया। जांच में यह भी सामने आया है कि इस गिरोह ने पेपर लीक के एवज में अभ्यर्थियों से 25 लाख रुपए लिए थे जिसकी पहली किश्त 12 लाख और दूसरी 13 लाख रुपए परीक्षा से पहले और बाद में प्राप्त की गई थी। इन किश्तों को प्राप्त करने के लिए आरोपियों ने एक प्लॉट तक बेच दिया था।

एसओजी की प्रारंभिक सवाल जवाब में एक और सनसनीखेज खुलासा हुआ है। कविता लखेरा ने कथित तौर पर लीक हुए पेपर से तैयारी करके मेरिट सूची में 20वां स्थान प्राप्त किया था जबकि इससे पहले उसने कई बार परीक्षाएं दी थीं लेकिन वह सफल नहीं हो पाई थी।

इस मामले में पहले ही आशंका के आधार पर कविता के भाई दीपक लक्षकार टोंक निवासी ओमप्रकाश गुर्जर जालौर निवासी गणपत विश्नोई जयपुर निवासी राम रतन टोंक के रामचंद्र मीणा और जयपुर के पुरुषोत्तम लखेरा को आरोपी बनाया जा चुका है। एसओजी की गहन जांच में मोबाइल चैट और बैंक लेनदेन की पड़ताल से पूरे पेपर लीक नेटवर्क का खुलासा हुआ है।

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