
Up Kiran, Digital Desk: अब बेंगलुरु के मतदाता अपने चुने हुए नेताओं के काम का हिसाब-किताब आसानी से देख सकते हैं। शहर की एक गैर-लाभकारी संस्था, बैंगलोर पॉलिटिकल एक्शन कमेटी (B.PAC), ने सांसदों (MPs) और विधायकों (MLAs) का एक 'रिपोर्ट कार्ड' जारी किया है। इसका मकसद नेताओं के प्रदर्शन में पारदर्शिता लाना और मतदाताओं को सोच-समझकर वोट देने में मदद करना है।
यह रिपोर्ट कार्ड पूरी तरह से सरकारी और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध आंकड़ों पर आधारित है। इसमें यह बताया गया है कि आपके नेता ने संसद या विधानसभा में कितनी बार अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जनता के मुद्दों पर कितने सवाल पूछे, बहसों में कितनी बार हिस्सा लिया और सबसे महत्वपूर्ण, अपने क्षेत्र के विकास के लिए मिले MPLADS या MLALAD फंड का कितना सही इस्तेमाल किया।
B.PAC की सीईओ, रेवती अशोक ने बताया, "हमारा लक्ष्य पारदर्शिता और जवाबदेही की संस्कृति को बढ़ावा देना है। हम चाहते हैं कि मतदाता केवल वादों पर नहीं, बल्कि ठोस सबूतों के आधार पर अपने नेताओं का मूल्यांकन करें और एक सूचित निर्णय लें।"
इस पहल पर जोर देते हुए, B.PAC के उपाध्यक्ष टी.वी. मोहनदास पई ने कहा, "मतदाताओं को यह जानने का पूरा अधिकार है कि उनके चुने हुए प्रतिनिधि उनके लिए क्या कर रहे हैं। यह रिपोर्ट कार्ड नेताओं को उनके काम के प्रति जवाबदेह बनाता है।" उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि एक ऐसा कानून बनना चाहिए जिसके तहत जो नेता अपने क्षेत्र के विकास के लिए मिले फंड को खर्च नहीं करते, उन्हें दंडित किया जा सके।
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