
Up Kiran, Digital Desk: आजकल हम सभी अपने स्वास्थ्य को लेकर काफी जागरूक हो रहे हैं, लेकिन कुछ बीमारियाँ ऐसी भी हैं जिनके लक्षणों को हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं या जिनके बारे में हमें पर्याप्त जानकारी नहीं होती। किडनी कैंसर उन्हीं में से एक है। विशेषज्ञों का मानना है कि 40 साल की उम्र के बाद किडनी कैंसर की नियमित स्क्रीनिंग कराना बेहद जरूरी है। एक डॉक्टर ने इस बात की अहमियत और इसके पीछे के कारणों को समझाया है।
किडनी कैंसर और 40 की उम्र के बाद क्यों बढ़ता है खतरा?
किडनी कैंसर (Renal Cell Carcinoma) एक गंभीर बीमारी है, और दुखद बात यह है कि शुरुआती चरणों में इसके कोई स्पष्ट लक्षण दिखाई नहीं देते। जब तक लक्षण दिखने शुरू होते हैं, तब तक अक्सर बीमारी काफी बढ़ चुकी होती है। 40 साल की उम्र के बाद, कुछ कारणों से किडनी कैंसर का खतरा बढ़ जाता है:
क्यों जरूरी है रेगुलर स्क्रीनिंग?
डॉक्टर के अनुसार, 40 की उम्र के बाद नियमित स्क्रीनिंग से शुरुआती चरण में ही किडनी कैंसर का पता लगाया जा सकता है। जब कैंसर छोटा होता है और शरीर के अन्य हिस्सों में नहीं फैला होता, तब इसका इलाज अधिक प्रभावी होता है और ठीक होने की संभावना भी बढ़ जाती है।
क्या होती है स्क्रीनिंग?
किडनी कैंसर की स्क्रीनिंग में आमतौर पर कुछ सरल टेस्ट शामिल होते हैं जैसे:
डॉक्टर सलाह देते हैं कि अगर आपकी उम्र 40 से अधिक है और आपको किडनी कैंसर के जोखिम कारक हैं (जैसे धूम्रपान, मोटापा, हाई बीपी, पारिवारिक इतिहास), तो अपने डॉक्टर से नियमित स्क्रीनिंग के बारे में बात करें। शुरुआती पता लगने से जीवन बचाया जा सकता है!
--Advertisement--