img

US national security: अमेरिका में बड़े पैमाने पर सरकारी छंटनियों की खबरें सुर्खियों में हैं, मगर अब इससे भी चौंकाने वाली एक नई रिपोर्ट सामने आई है। खुफिया सूत्रों पर आधारित रिपोर्ट के मुताबिक, रूस और चीन अमेरिकी संघीय कर्मचारियों को अपने यहां नौकरी देने की कोशिश कर रहे हैं।

खासतौर पर वे कर्मचारी जो हाल ही में निकाले गए हैं या जिनकी नौकरी पर संकट मंडरा रहा है। इन कर्मचारियों के पास अमेरिकी सरकारी तंत्र और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की अहम जानकारी हो सकती है, जिसे ये दुश्मन देश अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।

DOGE और ट्रंप प्रशासन की नीतियों का उठाया जा रहा है फायदा

अमेरिका में हाल ही में "डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE)" के तहत बड़े पैमाने पर सरकारी कर्मचारियों की छंटनी की जा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, रूस और चीन इस स्थिति का लाभ उठाकर इन बेरोजगार कर्मचारियों को अपने जाल में फंसाने की कोशिश कर रहे हैं।

रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इन देशों ने खासतौर पर लिंक्डइन, टिकटॉक, रेडिट और रेडनोट जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर समर्पित वेबसाइटें और प्रोफाइल्स तैयार की हैं। इनके जरिए वे सीधे उन कर्मचारियों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं, जो इस वक्त नौकरी जाने के कारण मानसिक और आर्थिक दबाव में हैं। खुफिया एजेंसियों के अनुसार, ये देश उन कर्मचारियों को टारगेट कर रहे हैं जो "अभी सबसे कमजोर स्थिति में हैं"।

क्या है रणनीति?

विशेषज्ञों का मानना है कि चीन और रूस, अमेरिका के अंदर से ही उसकी कमजोरियों का फायदा उठाने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। जब कोई व्यक्ति इमोशनल और फाइनेंशियल रूप से संघर्ष कर रहा हो, तो उसे लुभाना आसान हो जाता है। सरकारी दफ्तरों में काम कर चुके लोग कई निजी जानकारियों तक पहुंच रखते हैं। इसलिए ऐसे लोगों को चीन और रूस अपने यहां काम पर रखने का प्रयास कर रहे हैं।