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अमरोहा। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री कमाल अख्तर ने मुग़ल शासकों को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि भारत का मुसलमान न तो अकबर को आदर्श मानता है और न ही औरंगज़ेब को। मुसलमान सिर्फ अल्लाह और पैगंबर मोहम्मद साहब के दिखाए रास्ते पर चलता है।
यह बयान उन्होंने हसनपुर, अमरोहा में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान दिया, जो कि आंबेडकर स्वाभिमान गोष्ठी के अंतर्गत आयोजित हुआ था। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कमाल अख्तर ने कहा, “अकबर और औरंगज़ेब अपने वक्त के शासक थे, लेकिन मुसलमान उनका अनुसरण नहीं करता। जो भी इतिहास पढ़ता है, वह जानता है कि मुसलमानों के लिए आदर्श अल्लाह और रसूल हैं, न कि कोई बादशाह।
कमाल अख्तर ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर भी निशाना साधा और कहा कि जब जनता रोजगार और महंगाई जैसे असली मुद्दों पर सवाल करती है, तो बीजेपी जानबूझकर मुग़ल शासकों के नाम को उछालती है ताकि ध्यान भटकाया जा सके। उन्होंने कहा, “कभी बाबर, कभी औरंगज़ेब इन नामों को इसलिए उछाला जाता है ताकि नौजवानों को गुमराह किया जा सके और मूल समस्याओं से ध्यान हटाया जा सके।”
गौरतलब है कि हाल ही में महाराष्ट्र के खुल्दाबाद में औरंगज़ेब की कब्र को लेकर उठे राजनीतिक विवाद के बाद कई नेताओं ने इस मुद्दे पर अपने विचार रखे हैं। इसी कड़ी में कमाल अख्तर का यह बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि मुग़ल शासकों को मुसलमानों से जोड़ना गलत है और यह एक सोची-समझी राजनीतिक रणनीति है। कमाल अख्तर का यह बयान राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। कई विश्लेषक इसे उत्तर प्रदेश की राजनीति में बदलाव के संकेत के तौर पर देख रहे हैं, जहां धार्मिक और ऐतिहासिक मुद्दों को लेकर बयानबाज़ी तेज़ हो चुकी है।