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Up Kiran, Digital Desk: पनडुब्बियां समुद्र के नीचे छिपकर बेहद खतरनाक हमले करने में सक्षम होती हैं। ये गुप्त हथियारों से लैस होती हैं, जो किसी भी समय भारी तबाही मचा सकती हैं। आइए जानते हैं, दुनिया के किन देशों के पास हैं सबसे घातक और खतरनाक पनडुब्बियां।

इस सूची में सबसे ऊपर है रूस की "टाइफून क्लास" पनडुब्बी। इसे 1980 में कोल्ड वॉर के दौरान विकसित किया गया था। यह भारी भरकम पनडुब्बी करीब 48,000 टन वजनी है और इसमें 20 परमाणु बैलिस्टिक मिसाइलें होती हैं। इन मिसाइलों की ताकत इतनी है कि वे एक बार में पूरे शहर को तबाह कर सकती हैं। रूस की यह पनडुब्बी समुद्र के नीचे से दुश्मन को सन्न करना जानती है।

दूसरी तरफ अमेरिका की "ओहायो क्लास" पनडुब्बी है, जो 1980 में बनाई गई थी। यह लंबी दूरी तक मिसाइलें दाग सकती है और बेहद सटीक निशाना लगाने की क्षमता रखती है। इसमें 24 ट्राइडेंट II डी5 मिसाइलें होती हैं, जो खास टेक्नोलॉजी से लैस हैं, जिससे ये रडार में पकड़ नहीं पाती। अमेरिकी सैन्य ताकत की रीढ़ मानी जाने वाली यह पनडुब्बी बेहद खतरनाक है।

रूस ने 2013 में एक और अत्याधुनिक पनडुब्बी बनाई, जिसका नाम है "बोरे क्लास"। यह पनडुब्बी नवीनतम तकनीक से लैस है और रडार की नजरों से छिपी रहती है। इसमें 16 बुलावा मिसाइलें हैं, जो लंबी दूरी पर जाकर निशाना साध सकती हैं और बड़ी तबाही मचा सकती हैं।

अमेरिका की "वरजिनिया क्लास" पनडुब्बी भी खास है। इसे मुख्य रूप से जमीन पर हमले और जासूसी के लिए उपयोग किया जाता है। यह 40 टॉमहॉक क्रूज मिसाइलों को दागने में सक्षम है, जो बेहद सटीक और घातक हैं।

ब्रिटेन की "वेन्गार्ड क्लास" पनडुब्बी, जो 1990 में विकसित हुई, ब्रिटेन की सबसे शक्तिशाली पनडुब्बी मानी जाती है। इसमें भी ट्राइडेंट II मिसाइलें लगाई जाती हैं, जो एक बार दागने पर पूरे शहर को नष्ट कर सकती हैं। यह पनडुब्बी ब्रिटेन की सुरक्षा का मुख्य स्तम्भ है।

इन पनडुब्बियों की ताकत और तकनीक ने दुनिया के महासागरों में एक नई रणनीतिक शांति बनाए रखी है। ये गुप्त हथियार न केवल देशों की रक्षा करते हैं, बल्कि किसी भी युद्ध को रोकने में भी अहम भूमिका निभाते हैं।

 

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