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Up Kiran, Digital Desk: बांग्लादेश की राजनीति में हाल ही में मानवता के खिलाफ अपराधों के आरोपों ने एक नया मोड़ ले लिया है। 15 सेना अधिकारियों को हिरासत में लेने के बाद ढाका कैंट इलाके में अस्थायी जेल स्थापित की गई है। ये घटनाक्रम आम नागरिकों के लिए भी चिंता का विषय बन गया है क्योंकि इससे देश की सुरक्षा व्यवस्था और राजनीतिक स्थिरता पर सवाल उठ रहे हैं।

क्या है मामला?

अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (ICT) ने दो अलग-अलग मामलों में मानवता के खिलाफ आरोपों के तहत पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना समेत कुल 30 आरोपियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। इनमें 15 बांग्लादेशी सेना के अधिकारी भी शामिल हैं। न्यायालय ने इन सभी को 22 अक्टूबर तक गिरफ्तार कर पेश करने का निर्देश दिया है।

सैन्य अधिकारियों के खिलाफ गंभीर आरोप

श्री हसीना के शासनकाल के दौरान कुछ घटनाएं हुईं, जिनमें कई लोगों के "गायब" होने की घटनाएं भी शामिल हैं। इन मामलों में सेना के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगे हैं। अभी तक 15 अधिकारियों को सैन्य हिरासत में लिया गया है, लेकिन आधिकारिक गिरफ्तारी की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है। माना जा रहा है कि इन्हें जल्द ही ढाका कैंट की अस्थायी जेल में रखा जाएगा।