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Up Kiran, Digital Desk:  कल 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा की गई। फिल्म '12वीं फेल' को सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार दिया गया। शाहरुख खान और विक्रांत मैसी दोनों को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार मिला। रानी मुखर्जी को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला। गौरतलब है कि शाहरुख खान और रानी मुखर्जी दोनों के लिए यह पहला राष्ट्रीय पुरस्कार है। शाहरुख खान को अपने 33 साल के करियर में पहली बार राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। हालांकि, सोशल मीडिया पर एक अलग ही चर्चा शुरू हो गई है। कई लोगों का कहना है कि शाहरुख को 'जवान' के लिए नहीं, बल्कि किसी और फिल्म के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिलना चाहिए था।

शाहरुख खान, जिन्हें बॉलीवुड का 'बादशाह' भी कहा जाता है। उन्होंने 33 साल पहले फिल्म 'दीवाना' से अपने करियर की शुरुआत की थी। तब से लेकर अब तक शाहरुख ने कई दमदार फिल्में दी हैं। शाहरुख खान की फिल्मों में 2004 में रिलीज हुई फिल्म 'स्वदेस' का नाम न लिया जाए, ऐसा हो ही नहीं सकता। इस फिल्म में शाहरुख के अभिनय का एक अलग ही स्तर सभी ने देखा। हालांकि, फिल्म में उनके बेहतरीन काम के लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार नहीं मिला। अब, उन्हें 2023 में रिलीज़ हुई 'जवान' के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। सोशल मीडिया पर कई लोग इस बात से हैरान हैं। आज भी, प्रशंसक अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं कि शाहरुख को 'स्वदेस' के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिलना चाहिए था।

एक ने टिप्पणी की, "जिस व्यवस्था ने 'स्वदेस' को नज़रअंदाज़ करके 'जवान' को सम्मान दिया, उसे आत्मचिंतन की ज़रूरत है", 'शाहरुख को स्वदेस के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिलना चाहिए था, जवान तो बस स्टारडम से भरी एक फिल्म थी।' वहीं एक अन्य ने लिखा, 'वह 'माई नेम इज़ खान', 'चक दे इंडिया', 'देवदास' और 'स्वदेस', इन चारों फिल्मों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार के हक़दार थे।'

खैर, शाहरुख को इतने सालों के इंतज़ार के बाद आखिरकार राष्ट्रीय पुरस्कार मिल ही गया। 2023 में रिलीज़ हुई 'जवान' उनकी कमबैक फिल्म थी। चार साल के ब्रेक और लगातार कुछ फ्लॉप फिल्मों के बाद, वह फिर से पर्दे पर वापसी कर रहे थे। इस फिल्म का निर्देशन साउथ के निर्देशक एटली ने किया था।

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