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कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री के चर्चित अभिनेता दर्शन को कर्नाटक हाईकोर्ट से ज़मानत मिल गई है, लेकिन इस फैसले से सुप्रीम कोर्ट संतुष्ट नहीं दिखा। सुप्रीम कोर्ट ने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा, "इस मामले में शक्ति और प्रभाव का गलत इस्तेमाल हुआ है। क्या कानून सभी के लिए समान है?"

दरअसल, दर्शन को हाल ही में एक हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था, जिसमें उन्हें मुख्य आरोपी बताया गया था। पुलिस की जांच जारी थी और कई सबूत अब भी सामने आने बाकी हैं। इसी बीच हाईकोर्ट से उन्हें राहत मिल गई, जिससे यह मामला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया।

सुप्रीम कोर्ट की नाराजगी:
सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि "सामान्य व्यक्ति होता तो क्या इतनी जल्दी ज़मानत मिलती?" कोर्ट ने इस बात पर नाराज़गी जताई कि जब तक जांच पूरी नहीं होती, तब तक ज़मानत देना कानून की प्रक्रिया को कमजोर करता है।

सोशल मीडिया पर बहस तेज:


दर्शन की ज़मानत के बाद सोशल मीडिया दो भागों में बंटा नजर आया। कुछ फैंस ने राहत की खबर का स्वागत किया, तो वहीं कई लोगों ने इसे 'सेलेब्रिटी जस्टिस' करार दिया।

क्या बोले कानूनी जानकार:


कानून विशेषज्ञों का मानना है कि सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी इस बात की ओर संकेत करती है कि अब प्रभावशाली लोगों के लिए भी न्याय प्रणाली में जवाबदेही तय की जा रही है।

अब देखना यह होगा कि आने वाली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट इस मुद्दे को कैसे आगे बढ़ाता है और क्या इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की जाती है।

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