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Up Kiran, Digital Desk: उत्तर प्रदेश में पुलिस विभाग की छवि को धक्का पहुंचाने वाला एक गंभीर मामला सामने आया है। प्रदेश में कानून व्यवस्था सख्त करने की बात की जा रही है, लेकिन कुछ पुलिसकर्मी अपनी मनमानी से कानून को ठेंगा दिखा रहे हैं। खासकर एक महिला थाना प्रभारी और उसके साथ एक कांस्टेबल ने रिश्वत मांगकर पुलिस विभाग की छवि खराब कर दी है।

मामला महिला थाना का है, जहां मेराज और उनके परिवार के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज था। केस दर्ज होने के बाद मेराज ने इस केस से अपना नाम हटवाने के लिए थाना प्रभारी सुमित्रा देवी और कांस्टेबल अर्चना राय से संपर्क किया। लेकिन दोनों ने इस मामले को हल करने के लिए रिश्वत की मांग शुरू कर दी।

थाना प्रभारी ने मेराज से 20 हजार रुपये की डिमांड की, जिसमें मेराज ने 10 हजार रुपये पहले ही देने की सहमति दे दी। इसके बाद मेराज ने एंटी करप्शन टीम को इस बात की जानकारी दी। एंटी करप्शन ने इस पर जाल बिछाया और रिश्वत लेते ही महिला थाना प्रभारी और कांस्टेबल को पकड़ लिया।

गिरफ्तारी के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार के तहत मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। यह घटना प्रदेश के पुलिस महकमे के भ्रष्टाचार को लेकर उठ रहे सवालों को और बढ़ा देती है।