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Up Kiran, Digital Desk: अजमेर-भीलवाड़ा राजमार्ग पर स्थित जसवंतपुरा सीएनजी पंप पर मंगलवार को उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) छोटू लाल शर्मा और पंप कर्मचारियों के बीच तीखी बहस हुई, जो बाद में हाथापाई में बदल गई। यह घटना दोपहर करीब 3:44 बजे घटी और सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई।
सीसीटीवी फुटेज में एसडीएम को अपनी कार से बाहर निकलते हुए देखा जा सकता है, जब वह चिल्लाते हुए कहते हैं, "मैं यहाँ का एसडीएम हूँ" और इसके बाद एक पंप अटेंडेंट को थप्पड़ मारते हैं, क्योंकि उसने पहले एक ग्राहक की कार में ईंधन भरा था। इसके बाद, जब एक अन्य कर्मचारी ने इस घटना पर सवाल उठाया, तो एसडीएम ने उसे भी थप्पड़ मारा।
स्थिति उस समय और भी गंभीर हो गई, जब एसडीएम की पत्नी पंप पर पहुंचीं और कर्मचारियों पर चिल्लाने लगीं। वीडियो में एसडीएम को गालियाँ देते और कर्मचारियों को धमकाते हुए देखा जा सकता है। एक कर्मचारी ने विरोध किया, लेकिन दूसरे ने उसे रोक लिया। यह विवाद तब तक जारी रहा जब तक कि एसडीएम ने कर्मचारियों का पीछा करते हुए पंप परिसर के अंदर नहीं पहुंच लिया।
एसडीएम का बयान और शिकायत
घटना के बाद एसडीएम छोटू लाल शर्मा ने रायला पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने आरोप लगाया कि जब वह दिवाली के दौरान भीलवाड़ा जा रहे थे, तो पंप कर्मचारियों ने उनकी पत्नी के साथ दुर्व्यवहार किया। उनका कहना था कि इस पर उनकी पत्नी भड़क गईं और कर्मचारियों पर चिल्लाने लगीं, जिसके बाद झगड़ा हुआ। हालांकि, सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा के दौरान स्थानीय अधिकारियों ने यह स्पष्ट किया कि कर्मचारियों द्वारा किसी प्रकार का दुर्व्यवहार नहीं किया गया।
पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारियां
रैला थाना पुलिस ने एसडीएम की शिकायत के बाद तीन पंप कर्मचारियों—दीपक माली, प्रभु लाल कुमावत और राजा शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि दोनों पक्षों की जांच और सीसीटीवी फुटेज की गहनता से समीक्षा की जा रही है। एसएचओ बच्छराज चौधरी ने मामले की जांच जारी होने की पुष्टि की है और कहा कि जल्द ही मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।