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IGI Airport: हरियाणा के कुरुक्षेत्र से एक व्यक्ति ने एयरपोर्ट सिक्योरिटी की चौंकाने वाली चूक का फायदा उठाते हुए सात दिनों तक दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट के सबसे सुरक्षित क्षेत्र में छिपे रहने का साहसिक कारनामा किया। इस दौरान, हवाई अड्डे की अलग अलग सुरक्षा एजेंसियाँ उसकी गतिविधियों से बेखबर रहीं।

इस व्यक्ति ने हवाई अड्डे के अंदर रहते हुए फर्जी पासपोर्ट और अन्य यात्रा दस्तावेज हासिल कर लिए। उसकी असली पहचान तब उजागर हुई, जब वह फर्जी पासपोर्ट के साथ बोलिविया जाने के लिए इमिग्रेशन काउंटर पर पहुंचा। इस घटना के बाद हवाई अड्डे पर हड़कंप मच गया और उसे तुरंत डिपोर्ट कर दिया गया।

गौरव नामक इस व्यक्ति ने वीजा ऑन एराइवल की सुविधा का लाभ उठाते हुए आदिस अबाबा के लिए उड़ान भरी थी, जहां से उसे साओ पाउलो होते हुए बोलिविया जाना था। हालांकि, रिटर्न टिकट न होने के कारण उसे साओ पाउलो में रुकने का आदेश मिला। एक एजेंट की मदद से, वह साओ पाउलो एयरपोर्ट के ट्रांजिट क्षेत्र में छिप गया।

गौरव को मलेशियाई पासपोर्ट मिलने के बाद कोलंबिया के लिए जाने की योजना थी, लेकिन जब वह इमिग्रेशन काउंटर पर पहुंचा, तो उसकी पहचान फिर से उजागर हो गई। इमिग्रेशन अफसरों ने उसे हिरासत में लिया और उसे फ्लाइट नंबर ET-688 से वापस भारत भेज दिया। लौटने के बाद, एयरलाइंस सुरक्षा ने उसे ब्‍यूरो ऑफ इमिग्रेशन के हवाले कर दिया, जहां प्रारंभिक पूछताछ के बाद उसे एयरपोर्ट पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। पुलिस ने उसके खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है और जांच शुरू कर दी है।

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