
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पंडित जवाहरलाल नेहरू की नीतियों को लेकर कड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि नेहरू की गलत नीतियों के कारण कश्मीर पर पाकिस्तान का कब्जा हुआ। चौहान ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी ने देश को बांटने का महापाप किया है। उनके अनुसार, यदि नेहरू ने 1947 में युद्ध को जारी रहने दिया होता, तो आज पूरा कश्मीर भारत का हिस्सा होता।
चौहान ने यह भी कहा कि पंडित नेहरू ने अनुच्छेद 370 लागू करके एक देश में दो निशान, दो विधान और दो प्रधान की व्यवस्था की, जो उनके अनुसार देश के खिलाफ अपराध था। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया गया, जो डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सपने को साकार करने जैसा था।
इस बयान के बाद कांग्रेस पार्टी में हलचल मच गई है। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने चौहान के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें पंडित नेहरू के चरणों की धूल भी नहीं मिल सकती। उन्होंने चौहान से माफी मांगने की मांग की है।
चौहान ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी अब भी राहुल गांधी और सोनिया गांधी के नेतृत्व में चल रही है, जबकि भारतीय जनता पार्टी ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया से नेता चुने हैं। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत समृद्ध हो रहा है और विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है।
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