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अमेरिका में गोलीबारी की घटनाएं अब कोई नई बात नहीं रहीं। स्कूल, कॉलेज, बाजार या सार्वजनिक स्थान—कहीं भी अचानक ऐसी घटनाएं हो जाना आम हो गया है। ताजा मामला फ्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी का है, जहां एक युवक ने अचानक अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इस घटना में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि छह अन्य घायल हुए हैं। घायलों में से कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है और उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

20 साल का फीनिक्स इकनर बना मौत का सौदागर

इस गोलीबारी की वारदात को अंजाम देने वाले युवक की पहचान फीनिक्स इकनर के रूप में हुई है, जिसकी उम्र महज 20 साल बताई जा रही है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि इकनर के पिता पुलिस विभाग में कार्यरत हैं। हालांकि, यह अभी स्पष्ट नहीं हुआ है कि इस घटना का उसके पारिवारिक बैकग्राउंड से कोई संबंध है या नहीं। पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया है और उसके पास से गोलीबारी में इस्तेमाल हुआ हथियार भी बरामद कर लिया गया है।

कैंपस में अलार्म बजते ही मच गई अफरातफरी

गोलीबारी शुरू होते ही यूनिवर्सिटी कैंपस में अलार्म बजने लगे। अलार्म का मतलब था कि परिसर में एक एक्टिव शूटर मौजूद है। इसके बाद छात्रों और स्टाफ में दहशत फैल गई। एक छात्र ने बताया कि वह उस वक्त लाइब्रेरी में था जब अचानक अलार्म बजने लगे और सभी को सुरक्षित स्थान की ओर भागने के लिए कहा गया। कैंपस में अफरातफरी का माहौल बन गया, कई लोग रोते हुए दिखे तो कुछ पूरी तरह से स्तब्ध रह गए।

‘यह एक भयावह और दुखद घटना है’ - डोनाल्ड ट्रंप

फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी की इस गोलीबारी की घटना पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे ‘भयावह और दुखद’ करार दिया और कहा कि ऐसी घटनाएं बार-बार होना चिंता का विषय है। उन्होंने पीड़ितों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई और हमले की कड़ी निंदा की।

कक्षाएं और सभी कार्यक्रम रद्द, प्रशासन ने जारी की चेतावनी

घटना के तुरंत बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी कक्षाओं और चल रहे कार्यक्रमों को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया। प्रशासन की ओर से स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि छात्र और स्टाफ तब तक कैंपस से दूर रहें जब तक स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में नहीं आ जाती। साथ ही आपातकालीन सहायता के लिए 911 पर कॉल करने या फ्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी पुलिस विभाग से संपर्क करने की सलाह दी गई है।

सवालों के घेरे में अमेरिका की गन पॉलिसी

इस तरह की घटनाएं एक बार फिर अमेरिका की गन पॉलिसी पर सवाल खड़े करती हैं। एक 20 वर्षीय युवक के पास हथियार कैसे पहुंचा? क्या पॉलिसी में बदलाव की जरूरत है? इन सवालों का जवाब अब देश की जनता चाहती है।