
Up Kiran, Digital Desk: उपमुख्यमंत्री भट्टी विक्रमार्का मल्लू, स्वास्थ्य मंत्री सी दामोदर राजा नरसिम्हा और पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री पोन्नम प्रभाकर समेत राज्य के तीन मंत्री अस्पताल पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया तथा परिजनों को सांत्वना दी। मंत्रियों ने कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट है। अस्पताल में पत्रकारों से बात करते हुए उपमुख्यमंत्री भट्टी विक्रमार्का ने कहा कि यह एक दर्दनाक और दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना है। उन्होंने कहा कि घटना के तुरंत बाद मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी और राज्य मंत्रिमंडल ने दुख व्यक्त किया। इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं और सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है तथा कई मौकों पर विभाग की समीक्षा की है। सरकार ने घटना में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति को पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री ने पुलिस आयुक्त समेत मंत्रियों और संबंधित अधिकारियों से बात की और उठाए जाने वाले कदमों के बारे में निर्देश दिए तथा स्थिति पर लगातार नजर रखी। उन्होंने बताया कि प्रभारी मंत्री पोन्नम प्रभाकर मौके पर आए और अधिकारियों से समन्वय किया। उन्होंने बताया कि अग्निशमन विभाग को सुबह 6:16 बजे सूचना मिली, एक मिनट के भीतर ही मोघपुरा फायर स्टेशन अलर्ट हो गया और सुबह 6:20 बजे तक गाड़ी मौके पर पहुंच गई। उन्होंने यह भी बताया कि आग को बुझाने और इसे नियंत्रित करने के लिए 11 दमकल गाड़ियों और एक रोबोट का इस्तेमाल किया गया, ताकि यह अन्य इमारतों में न फैले। उन्होंने बताया कि धुएं के कारण सांस लेने में तकलीफ के कारण एक डीएफओ को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मंत्री राजा नरसिम्हा ने परिवार के सदस्यों को सांत्वना दी क्योंकि वे 17 सदस्यों को खोने के बाद दर्द में थे। उन्होंने परिवार के सदस्यों को आश्वासन दिया कि सरकार इस कठिन समय में उनके साथ है। मंत्री ने उस्मानिया अस्पताल के अधिकारियों को प्लास्टिक सर्जन, वरिष्ठ डॉक्टरों और विशेष टीमों के साथ तैयार रहने का निर्देश दिया और उन्हें घायलों को बेहतर उपचार प्रदान करने के लिए कहा।
उन्होंने अस्पताल प्राधिकारियों को पोस्टमार्टम प्रक्रिया शीघ्र पूरी करने तथा शवों को परिजनों को बिना किसी असुविधा के सौंपने का भी निर्देश दिया।
--Advertisement--