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Up Kiran, Digital Desk: भारत और इंग्लैंड के बीच हेडिंग्ले टेस्ट में शानदार शतक लगाने वाले कप्तान शुभमन गिल एक बार फिर खास वजह से सुर्खियों में आ गए हैं। सोशल मीडिया पर एक मैच बैन लगाने चर्चाएं हो रही हैं।

इस बार वजह उनकी बैटिंग नहीं बल्कि उनके काले मोजे हैं। दरअसल, गिल इंग्लैंड के खिलाफ मैच के पहले दिन काले मोजे पहनकर बैटिंग करने उतरे थे, जो कि ICC ड्रेस कोड के नियमों के खिलाफ है। टेस्ट क्रिकेट में पोशाक को लेकर ICC के सख्त दिशा-निर्देश हैं। ICC के नियमों के मुताबिक, खिलाड़ियों को मैच के दौरान सिर्फ सफेद, क्रीम या हल्के भूरे रंग के मोजे ही पहनने होते हैं।

एमसीसी के नियम 19.45 के तहत साफ कहा गया है कि इन सभी रंगों के अलावा गहरे रंग के मोजे पहनने की अनुमति नहीं है। यह नियम 2023 में लागू किया गया था और तब से लगभग सभी खिलाड़ी इसका पालन कर रहे हैं। हालांकि हेडिंग्ले टेस्ट के पहले दिन शुभमन गिल कैमरे की नजर से बच नहीं पाए।

उन्हें काले मोजे पहनकर बैटिंग करते देखा गया, जिस पर सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया और सवाल उठने लगे कि क्या यह नियमों का उल्लंघन है? क्या इसके लिए कोई सजा होगी? इस मामले में जो भी फैसला लिया जाएगा, वह मैच रेफरी रिची रिचर्डसन को लेना होगा। आईसीसी की गाइडलाइन के मुताबिक किसी भी खिलाड़ी द्वारा ड्रेस कोड का ऐसा उल्लंघन लेवल 1 का अपराध माना जाता है।

इसमें खिलाड़ी पर मैच फीस का 10% से 50% तक जुर्माना लगाया जा सकता है, साथ ही खिलाड़ी को डिमेरिट पॉइंट भी दिए जा सकते हैं। हालांकि, अगर मैच रेफरी को लगता है कि गिल ने यह गलती जानबूझकर नहीं की है, तो उन्हें सिर्फ चेतावनी देकर छोड़ा जा सकता है। आम तौर पर क्रिकेट में ड्रेस कोड के उल्लंघन पर कड़ी सजा कम ही मिलती है, लेकिन यह उल्लंघन खुद टेस्ट टीम के कप्तान ने किया, इसलिए फैसले पर सबकी निगाहें टिकी हैं।

 

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