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Up Kiran, Digital Desk: एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी 2025 के अंतिम टेस्ट मैच का नाटकीय पांचवां दिन क्रिकेट प्रेमियों के लिए खास रहा। भारत की टीम ने जहां अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश की, वहीं इंग्लैंड ने चौथे दिन की जोरदार बल्लेबाजी के दम पर वापसी कर माहौल बदला। इस मुकाबले ने दर्शकों को क्रिकेट की अनिश्चितताओं का असली स्वाद चखाया।
इंग्लैंड के अनुभवी बल्लेबाज जो रूट और हैरी ब्रूक ने इस मैच में जबरदस्त हावी होकर अपनी टीम को मजबूती प्रदान की। रूट ने 105 रन बनाए, तो ब्रूक ने 111 रनों की पारी खेली, जो मैच के रुख को पलटने में निर्णायक साबित हुई। खास बात यह रही कि ब्रूक को मैदान पर एक अहम मौका भी मिला था, जिसने उनकी पारी को लंबा खींचा। प्रसिद्ध कृष्णा की गेंद पर ब्रूक ने एक पुल शॉट खेलने का प्रयास किया, जिसमें गेंद मोहम्मद सिराज के हाथों में गई, लेकिन सिराज का पैर बाउंड्री कुशन पर लग जाने की वजह से यह कैच छूट गया और गेंद छह रन की उड़ान भर गई।
यह घटना भारतीय समर्थकों के लिए चिंता का विषय बन गई क्योंकि इस गलती के बाद ब्रूक ने शतक पूरा किया और इंग्लैंड की जीत की राह आसान कर दी। इस घटना पर पूर्व इंग्लैंड कप्तान नासिर हुसैन ने अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि सिराज की यह चूक शायद एकाग्रता में कमी के कारण हुई। हुसैन ने बताया कि आधुनिक क्रिकेट में ऐसे मौके अपेक्षाकृत आसान होते हैं, लेकिन उस वक्त सिराज का ध्यान कुछ और ही था।
नासिर हुसैन ने सिराज की गेंदबाजी के प्रदर्शन की भी सराहना की। उन्होंने माना कि सिराज ने इस सीरीज में बेहतरीन मेहनत की है और सिर्फ उस एक कैच की वजह से उनकी छवि को प्रभावित नहीं किया जाना चाहिए। हुसैन ने कहा कि सिराज ने लॉर्ड्स में खास मेहनत दिखाई थी और वह हारने वाली टीम में शामिल होने वाले खिलाड़ी नहीं हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारतीय गेंदबाज को उनके योगदान के लिए याद रखा जाएगा, न कि उस कैच की वजह से।
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