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Up Kiran, Digital Desk: भारत की सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने मौजूदा आर्थिक अनिश्चितता और धीमी वृद्धि के माहौल के कारण 2025 के लिए अपने कर्मचारियों की वेतन वृद्धि (Salary Hikes) को अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया है। यह खबर भारतीय आईटी क्षेत्र में व्यापक आर्थिक दबावों और कंपनियों के सामने आ रही चुनौतियों को दर्शाती है।

टीसीएस जैसी बड़ी आईटी कंपनियां हर साल अपने वित्तीय वर्ष के शुरुआती महीनों में वेतन वृद्धि की घोषणा कर देती हैं। हालांकि, इस बार वैश्विक अर्थव्यवस्था में चल रही मंदी, ग्राहकों द्वारा खर्च में कटौती और परियोजनाओं में देरी जैसे कारकों के कारण कंपनी ने यह निर्णय टाल दिया है।

यह अनिश्चितता सिर्फ टीसीएस तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे आईटी उद्योग में देखी जा रही है। कई अन्य आईटी कंपनियां भी समान आर्थिक headwinds का सामना कर रही हैं, जिससे उनके भर्ती और वेतन वृद्धि के निर्णय प्रभावित हो रहे हैं। यह स्थिति कर्मचारियों के लिए चिंता का विषय है, क्योंकि वे अपनी वेतन वृद्धि और करियर की प्रगति को लेकर अनिश्चितता का सामना कर रहे हैं।

टीसीएस प्रबंधन ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि वेतन वृद्धि की घोषणा कब तक की जाएगी या इस वर्ष क्या प्रतिशत होगा। कंपनी संभवतः बाजार की स्थितियों, अपनी वित्तीय प्रदर्शन और मांग-आपूर्ति के रुझानों का बारीकी से आकलन कर रही है, ताकि एक जिम्मेदार और टिकाऊ निर्णय लिया जा सके।

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