
Up Kiran, Digital Desk: बेंगलुरु से एक दुखद खबर सामने आई है, जहाँ 17 दिनों से एक छात्र लापता है और बेंगलुरु पुलिस अभी तक उसका कोई सुराग नहीं लगा पाई है। अपने इकलौते बेटे के लिए चिंतित और पूरी तरह से टूट चुकी उसकी माँ ने अब भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) से हस्तक्षेप की गुहार लगाई है, ताकि उनके बेटे को ढूंढने में मदद मिल सके।
लापता छात्र का नाम धनुष है, जो 19 नवंबर को बेंगलुरु के मैजेस्टिक मेट्रो स्टेशन के पास से अचानक गायब हो गया था। उसकी माँ सुमति ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी और यहां तक कि कर्नाटक उच्च न्यायालय में एक 'हैबियस कॉर्पस' (बंदी प्रत्यक्षीकरण) याचिका भी दायर की है, जिसमें अदालत से उनके बेटे को पेश करने का निर्देश देने की अपील की गई है।
सुमति का आरोप है कि बेंगलुरु पुलिस की जाँच बहुत धीमी गति से चल रही है और अभी तक कोई ठोस परिणाम नहीं निकला है। उन्हें लगता है कि पुलिस इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है, जिससे उनकी चिंता और हताशा बढ़ती जा रही है। उन्होंने कई बार पुलिस अधिकारियों से मुलाक़ात की, लेकिन उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।
अब जबकि 17 दिन बीत चुके हैं और उनका बेटा नहीं मिला है, तो एक माँ की आख़िरी उम्मीद भारत के सबसे बड़े न्यायिक पद पर टिकी है। उन्हें उम्मीद है कि CJI इस मामले में ध्यान देंगे और पुलिस को तेजी से कार्रवाई करने का निर्देश देंगे, ताकि उनके बेटे धनुष को सुरक्षित घर वापस लाया जा सके।
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