
Up Kiran, Digital Desk: लद्दाख में हुई हिंसा के बाद गिरफ्तार किए गए प्रसिद्ध समाजसेवी और मैगसायसाय पुरस्कार विजेता सोनम वांगचुक की पत्नी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से उनकी तत्काल रिहाई की गुहार लगाई है. उन्होंने कहा कि वह अपने पति की गिरफ्तारी से "स्तब्ध और टूट चुकी हैं" और दावा किया कि लेह में हुई हिंसा "असामाजिक तत्वों" द्वारा रची गई एक साजिश थी.
"गांधीवादी को जेल में डाल दिया गया"
एक भावनात्मक अपील में, सोनम वांगचुक की पत्नी ने कहा, "मेरा पति एक देशभक्त है जो हमेशा अहिंसा और गांधीजी के सिद्धांतों पर चलता आया है. उन्हें और अन्य निर्दोष प्रदर्शनकारियों को तुरंत रिहा किया जाना चाहिए." उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सोनम वांगचुक कभी भी हिंसा का समर्थन नहीं कर सकते.
क्या है पूरा मामला: सोनम वांगचुक को 24 सितंबर को लेह में हुए हिंसक प्रदर्शनों के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था. यह प्रदर्शन लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने और संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर किया जा रहा था. इस दौरान प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई झड़प में 4 लोगों की मौत हो गई थी, जिसके बाद वांगचुक समेत कई नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया था.
पुलिस ने लगाए हैं गंभीर आरोप
एक तरफ जहां वांगचुक का परिवार उन्हें निर्दोष बता रहा है, वहीं लद्दाख पुलिस ने उन पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं. लद्दाख के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) ने वांगचुक पर "हिंसा भड़काने" और "राष्ट्र-विरोधी ताकतों के एजेंट के रूप में काम करने" का आरोप लगाया है.
इस समय सोनम वांगचुक न्यायिक हिरासत में हैं. हालांकि लेह में अब धीरे-धीरे मोबाइल इंटरनेट बहाल किया जा रहा है, लेकिन अभी भी धारा 144 लागू है और तनाव का माहौल बना हुआ है. यह मामला अब एक तरफ लद्दाख के राजनीतिक भविष्य और दूसरी तरफ एक विश्व-प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता की प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है.